Skip to content

भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत भेजने का रास्ता लंदन कोर्ट ने किया साफ

नीरव मोदी की कथित छोखाधड़ी पहली बार चार साल पहले 2018 में सामने आई थी। भारत के बड़े बैंकों में शुमार पंजाब नेशनल बैंक ने अपनी एक शाखा में धोखेबाजी की गतिविधियों की शिकायत की थी। भारत के अनुरोध पर 2019 में ब्रिटिश पुलिस ने लंदन में नीरव मोदी को गिरफ्तार किया था।

लंदन की एक अदालत ने भारत के भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें उसने अपने प्रत्यर्पण को रोकने की मांग की थी। यानी नीरव को अब भारत प्रत्यर्पित करने के रास्ते की एक अड़चन और साफ हो गई है। नीरव पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं।

मोदी की कथित छोखाधड़ी पहली बार चार साल पहले 2018 में सामने आई थी। 

ब्रिटिश पुलिस ने 2019 में लंदन में हीरा व्यापारी को करीब 2 बिलियन डॉलर की बैंक धोखाधड़ी में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। नीरव मोदी के वकीलों ने पिछले साल अदालत के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें भगोड़े व्यवसायी के मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या के जोखिम का हवाला देते हुए प्रत्यर्पित करने की अनुमति दी गई थी।

This post is for paying subscribers only

Subscribe

Already have an account? Log in

Latest