लंदन की एक अदालत ने भारत के भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें उसने अपने प्रत्यर्पण को रोकने की मांग की थी। यानी नीरव को अब भारत प्रत्यर्पित करने के रास्ते की एक अड़चन और साफ हो गई है। नीरव पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं।
ब्रिटिश पुलिस ने 2019 में लंदन में हीरा व्यापारी को करीब 2 बिलियन डॉलर की बैंक धोखाधड़ी में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। नीरव मोदी के वकीलों ने पिछले साल अदालत के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें भगोड़े व्यवसायी के मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या के जोखिम का हवाला देते हुए प्रत्यर्पित करने की अनुमति दी गई थी।