भारत में पर्यटन की स्थिति प्री-कोविड स्तर पर पहुंचती हुई दिखाई दे रही है। भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार प्री-कोविड यानी साल 2019 के दौरान भारत में 10.93 मिलियन (लगभग 1 करोड़) विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ था। यह संख्या 2021 में गिरकर 1.5 मिलियन(लगभग 15 लाख) पहुंच गई थी। हालांकि साल 2022 में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़कर 6.19 मिलियन (लगभग 61 लाख) हो गई है। सरकार को होने वाली कमाई में भी भारी वृद्धि हुई है।
विदेश से आने वाले पर्यटकों से भारत सरकार को 2021 में 65,070 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।यह 2022 में बढ़कर 1,34,543 करोड़ हो चुकी है। भारत सरकार में उत्तर उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के संस्कृति, पर्यटन और विकास मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय ने देश में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने और विदेशी पर्यटकों के आगमन को बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं।
𝐍𝐨𝐫𝐭𝐡𝐄𝐚𝐬𝐭🇮🇳: 𝐄𝐦𝐞𝐫𝐠𝐞𝐬 𝐚𝐬 𝐚 𝐓𝐨𝐩 𝐓𝐨𝐮𝐫𝐢𝐬𝐭 𝐃𝐞𝐬𝐭𝐢𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧!
— G Kishan Reddy (@kishanreddybjp) April 3, 2023
The year 2022 witnessed record-breaking tourism in NER.
✅Over 11.8 million domestic visitors
✅ Over 100,000 international travelers
1/2 pic.twitter.com/TXJhpPa5dZ
रेड्डी ने बताया कि सरकार ने 166 देशों के नागरिकों के लिए 5 उप-श्रेणियों यानी टूरिस्ट वीजा, बिजनेस वीजा, मेडिकल वीजा, मेडिकल अटेंडेंट वीजा और कॉन्फ्रेंस वीजा के लिए ई-वीजा की सुविधा प्रदान की है। ई-वीजा को और उदार बनाया गया है और वीजा शुल्क में काफी कमी की गई है। इसके अलावा देश में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ट्रेकिंग के लिए नई पर्वत चोटियों को खोला गया है।
रेड्डी ने राज्यसभा में जानकारी देते बताया कि 1,001 से 7,500 के टैरिफ वाले होटल के कमरों पर GST घटाकर 12% किया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश के चिन्हित एयरलाइनों को 59 टूरिस्ट स्पॉट तक पहुंच के लिए मंजूरी दी है। रेड्डी ने बताया कि साल 2023 के लिए भी सरकार ने ‘अतुल्य भारत! विजिट इंडिया ईयर 2023’ की भी घोषणा की है। जी20 की बैठकें पूरे देश में 55 स्थलों पर आयोजित की जा रही हैं। इन शहरों में बुनियादी ढांचे को जी20 बैठकों के लिए उन्नत किया गया है।
मंत्री ने कहा कि कोशिश की जा रही है कि इन स्थलों पर जाने वाले जी-20 के प्रतिनिधि पर्यटन एंबेसडर के रूप में अपने देश वापस जाएं। महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों और सुविधाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर अपग्रेड किया जा रहा है। सरकार ने टोल फ्री नंबर पर 10 अंतरराष्ट्रीय भाषाएं (जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश, इतालवी, पुर्तगाली, रूसी, चीनी, जापानी, कोरियाई, अरबी) चौबीस घंटे सूचना-हेल्पलाइन स्थापित की है।