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डॉ. नोरी बने स्लोन कैंसर सेंटर की भारतीय इकाई के वरिष्ठ सलाहकार

तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और असम सहित कई राज्यों का दौरा करके हाल ही में भारत से लौटे भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने कहा कि कैंसर का प्राथमिक उपचार सबसे अच्छा होना चाहिए।

भारत का प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान भी पा चुके हैं डॉ. नोरी।

शीर्ष भारतीय-अमेरिकी ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दत्तात्रेयुडु नोरी को न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर के चेन्नई-सेंटर का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया है। चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. नोरी को वर्ष 2017 में भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित सम्मान पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। स्लोन सेंटर के सलाहकार बनने पर डॉ. नोरी ने कहा कि वह कैंसर के इलाज की सर्वोत्तम पद्धतियों को अमेरिका से भारत पहुंचाना चाहते हैं।

Pink ribbon for an awareness of Breast Cancer Day, October, 1, 2020
Photo by Angiola Harry / Unsplash

अमेरिका के बाहर स्लोन सेंटर की यह पहली शाखा है। इस बारे में डॉ. नोरी ने कहा कि प्रतिष्ठित मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर की इकाई भारत में खुलना अपने आप में एक बड़ी बात है। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कैंसर संस्थान से कैंसर का इलाज और परामर्श लेने से न केवल बड़ी संख्या में लोगों की जान बचेगी बल्कि घातक बीमारी के खिलाफ लड़ाई में जागरूकता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।

मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर ने पिछले साल अगस्त में चेन्नई में अपना पहला विदेशी केंद्र खोला और इस साल मार्च में डॉ. नोरी को इसके वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नियुक्त किया। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और असम सहित कई राज्यों का दौरा करके हाल ही में भारत से लौटे भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने कहा कि कैंसर का प्राथमिक उपचार सबसे अच्छा होना चाहिए।

डॉ. नोरी ने कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के मामले में प्राथमिक उपचार सबसे अच्छा होना चाहिए। इसका कोई अन्य रास्ता नहीं है। यानी पैचअप नहीं है। मैं कुछ अलग करना चाहता हूं। यही मेरी इच्छा भी थी और आखिरकार वह हो भी गया। साल 2022 में प्रतिष्ठित मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर की शाखा भारत में खुल गई। वैसे भारत में भी कैंसर के इलाज के लिए बीते 10 साल में सरकारी और गैर सरकारी कई अच्छे संस्थान खुले हैं। डॉ. नोरी के मुताबिक भारत में हर साल कैंसर से 13 से 14 लाख केस आते हैं।

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