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महाछंटनी में 2 लाख आईटी पेशेवर हुए बेरोजगार, अमेरिकी संगठनों ने बढ़ाया मदद का हाथ

छंटनी से परेशान भारतीय पेशेवरों की मुसीबतें गूगल ने और बढ़ा दी हैं। खबरें हैं कि गूगल ने अपने इलेक्ट्रॉनिक रिव्यू मैनेजमेंट (पीईआरएम) प्रोग्राम को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया है। यह कंपनी की स्पॉन्सरशिप में ग्रीन कार्ड हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण होता है।

Photo by Jonny Gios / Unsplash

माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और अमेजन जैसी कंपनियों के बाद अब गूगल ने भी 12 हजार कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल नवंबर से आईटी सेक्टर में लगभग 2 लाख पेशेवरों की नौकरियां जा चुकी हैं। इसकी वजह से विदेश से अमेरिका में नौकरी करने आए बहुत से कर्मचारियों के सामने अब देश छोड़कर जाने का खतरा पैदा हो गया है।

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Photo by Headway / Unsplash

मीडिया रिपोर्ट में औद्योगिक सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि नौकरियों से निकाले गए लोगों में से 30 से 40 फीसदी भारतीय आईटी पेशेवर हैं। इनमें बड़ी संख्या एच-1बी या एल1 वीजा पर अमेरिका आए लोगों की है। अब ये लोग अमेरिका में बने रहने के लिए विकल्प तलाश रहे हैं। एच-1बी वीजा पर आने वालों के लिए तो स्थिति ज्यादा गंभीर है क्योंकि नौकरी जाने के बाद 60 दिन के भीतर एच-1बी प्रायोजित नौकरी खोजनी होती है या फिर दर्जा खत्म हो जाने के दस दिन के भीतर देश छोड़ना होता है।

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