भारत के पंजाब राज्य के बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कनाडा में निर्वासन का सामना कर रहे भारतीय छात्रों के लिए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से गुहार लगाई है। सांसद हरसिमरत ने विदेश मंत्री से आग्रह किया है कि वह सैकड़ों पंजाबी छात्रों के भविष्य को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करें। ये छात्र बेईमान एजेंटों द्वारा ठगे जाने के बाद कनाडा में अब निर्वासन का सामना कर रहे हैं। उन्होंने विदेश मंत्री से मांग की है कि इस मामले को कनाडा के अधिकारियों के समक्ष उठाया जाए।
बादल ने इस संबंध में विदेश मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले संदिग्ध संस्थानों के साथ-साथ अधिकृत एजेंटों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो छात्र धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, उनके साथ सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार किया जाए क्योंकि उन्होंने अपनी स्किल्स को बढ़ाने के बाद ही कनाडा में स्थायी निवास हासिल करने के लिए सभी आवश्यक मानदंडों को पूरा किया है।
बादल ने आगे कहा कि कनाडा की कनाडाई सीमा सेवा एजेंसी द्वारा पहले 700 छात्रों को इसी आधार पर कार्रवाई का सामना करना पड़ा था। अब पता चला है कि ऐसे ही आदेश 200 अन्य छात्रों को भी मिले हैं। दरअसल यह जानकारी मिली है कि जालंधर में एक अधिकृत एजेंट एजुकेशन माइग्रेशन सर्विस द्वारा इन छात्रों को फर्जी प्रवेश पत्र दिए गए थे।
धोखाधड़ी के बारे में बताते हुए हरसिमरत ने कहा कि पहले पीड़ित छात्रों को 16 से 20 लाख रुपये वसूले जाने के बाद एक प्रसिद्ध कॉलेज के जाली प्रवेश पत्र दिए गए। जब छात्र कनाडा पहुंचे तो उन्हें सूचित किया गया कि उनका प्रवेश रद्द कर दिया गया है और उन्हें एक वैकल्पिक संस्थान में डाला जा रहा है।
आपको बता दें कि मई महीने के अंत में कनाडा में पढ़ाई करने गए 150 भारतीय छात्रों को कनाडा की सरकार ने राहत दी थी। कनाडा के आव्रजन मंत्री शॉन फ्रेजर ने कहा था कि सरकार पीड़ितों को दंडित करने के बजाय दोषिध्यों की पहचान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
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