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अमेरिका में भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, 10 दिन बाद मिलने वाली थी डिग्री

साईश वीरा मूलत: आंध्र प्रदेश के इलुरु का रहने वाला था। वह नवंबर 2021 में H-1B वीजा लेकर आईटी की पढ़ाई करने अमेरिका आया था। वह अपने परिवार का पहला लड़का था जो अमेरिका आया था। उसे और उसके परिवार को उससे काफी उम्मीदें थीं।

साईश वीरा नवंबर 2021 में आईटी की पढ़ाई करने अमेरिका आया था। (फोटो साभार Gofundme)

अमेरिका में एक भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। 24 वर्षीय साईश वीरा आंध्र प्रदेश का रहने वाला था। वह अमेरिका में पढ़ाई के साथ-साथ एक गैस स्टेशन पर काम भी करता था। वहीं पर उसे गोली मार दी गई। 10 दिन बाद ही उसकी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी होने वाली थी। पुलिस ने संदिग्ध हत्यारोपी की तस्वीर जारी करके लोगों से पकड़वाने की अपील की है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि भारतीय छात्र पर ये जानलेवा हमला क्यों किया गया।

अमेरिकी पुलिस अधिकारी के अनुसार यह वारदात 20 अप्रैल की दोपहर को ओहायो के कोलंबस शहर में हुई। स्थानीय समयानुसार 12.50 बजे खबर मिली कि गैस स्टेशन पर गोलीबारी हुई है। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा एक युवक वहां गंभीर रूप से घायल था। उसके शरीर पर गोली के निशान थे। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां पर आधे घंटे बाद करीब 1:27 बजे उसकी मौत हो गई। छानबीन से पता चला कि वह भारतीय था।

पुलिस ने बताया कि हमलावर फायरिंग करने के बाद मौके से भाग गया। घटनास्थल पर लगे CCTV कैमरों में उसकी तस्वीर कैद हुई है। उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने आरोपी की तस्वीर जारी करके लोगों से उसका सुराग देने की अपील की है। घटना के पीछे की वजह के बारे में पुलिस ने कहा कि फिलहाल हमारे पास कोई ठोस जानकारी नहीं है लेकिन लगता है कि वह हाल ही में हुई चोरी की एक घटना का संदिग्ध हो सकता है या फिर हो सकता है कि आपसी विवाद के चलते ये हमला हुआ हो। पुख्ता वजह जांच के बाद ही सामने आ पाएगी।

साईश वीरा मूलत: आंध्र प्रदेश के इलुरु का रहने वाला था। वह नवंबर 2021 में H-1B वीजा लेकर आईटी की पढ़ाई करने अमेरिका आया था। साईश के दोस्त अब उसके शव को वापस भारत भेजने के लिए और उसके परिवार की मदद के लिए चंदा जमा कर रहे हैं। इसके लिए GoFundMe पर एक पेज बनाया गया है। इस फंडिंग अभियान को चला रहे रोहित यालामंचिली ने मीडिया को बताया कि साईश का मास्टर्स कोर्स 10 दिन बाद ही पूरा होने वाला था।

रोहित ने बताया कि दो साल पहले साईश के पिता की मौत हो गई थी। वह खर्च चलाने के लिए गैस स्टेशन पर क्लर्क का काम करता था। वह अपने परिवार का पहला लड़का था जो अमेरिका आया था। उसे और उसके परिवार को उससे काफी उम्मीदें थीं लेकिन अब सबकुछ खत्म हो गया है।

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