सैन डिएगो के एक भारतीय-अमेरिकी न्यूरो सर्जन लोकेश एस. तंतुवाया को स्पाइनल सर्जरी करने के लिए 3.3 मिलियन डॉलर की रिश्वत लेने के अपराध में पांच साल की जेल की सजा सुनाई गई है। न्याय विभाग की ओर से बताया गया कि अस्पताल के मालिक माइकल ड्रोबोट को भी सलाखों के पीछे भेजने का आदेश दिया गया है क्योंकि उसने बड़े पैमाने पर श्रमिकों के मुआवजे में घोटाला किया था।
डॉ. तंतुवाया को इस अपराध के लिए 1 सितंबर को दोषी करार दिया गया। वैसे तंतुवाया मई 2021 से ही संघीय हिरासत में है क्योंकि उसने अपनी प्रारंभिक रिहाई की शर्तों का उल्लंघन किया था। न्याय विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2010 से 2013 के बीच तंतुवाया ने ड्रोबोट के अस्पताल में स्पाइनल सर्जरी करने के लिए पैसा लिया था। सर्जरी किस तरह होगी, पैसा उसके हिसाब से तय हुआ था।