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सिनसिनाटी में SYANA की युवा संगोष्ठी में सिख युवाओं ने दिखाई प्रतिभा

SYANA के राष्ट्रीय संयोजक कुलदीप सिंह के अनुसार 2000 से प्रत्येक वर्ष ये प्रतियोगिताएं अमेरिका और कनाडा में आयोजित की जा रही हैं। स्थानीय स्तर के बाद राज्य स्तरीय संगोष्ठी होती है। उसके विजेता अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाले फाइनल में हिस्सा लेते हैं।

सिख यूथ अलायंस ऑफ नॉर्थ अमेरिका (SYANA) के तत्वावधान में वार्षिक सिख यूथ सिम्पोजियम-2023 के स्थानीय संस्करण का आयोजन ओहियो के सिनसिनाटी में किया गया। गुरु नानक सोसाइटी ऑफ ग्रेटर सिनसिनाटी गुरुद्वारा साहिब में आयोजित कार्यक्रम में सिनसिनाटी और पड़ोसी डेटन से 6 से 20 वर्ष के युवाओं ने 5 अलग-अलग समूहों में भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

वार्षिक सिख यूथ सिम्पोजियम का आयोजन साल 2000 से किया जा रहा है। 

सिपोजियम के संयोजक समीप सिंह गुमटाला ने बताया कि सभी प्रतिभागियों के समूह को 5-7 मिनट में भाषण के रूप में 3 प्रश्नों का उत्तर देना था। इसकी तैयारी के लिए उन्हें 3 महीने पहले चार पुस्तकें दी गई थीं। ये पुस्तकें थीं “Basic knowledge of Sikhism”, “Sikh Sakhis for the Youth”, “The Turban”, और “Guru Granth Sahib – A Supreme Treasure”। सभी युवाओं ने पूरी तैयारी के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रत्येक समूह से विजेता चुने गए जो अब राज्य स्तरीय सिंपोजियम में ओहियो और पेंसिल्वेनिया के अन्य शहरों के विजेताओं के साथ मुकाबला करेंगे।

SYANA के राष्ट्रीय संयोजक कुलदीप सिंह के अनुसार वर्ष 2000 से प्रत्येक वर्ष मार्च-अप्रैल के महीने में ये प्रतियोगिताएं अमेरिका और कनाडा के विभिन्न शहरों में आयोजित की जा रही हैं। स्थानीय स्तर के बाद राज्य स्तरीय संगोष्ठी होती है। उसके विजेता अगस्त के पहले सप्ताह में होने वाले फाइनल में हिस्सा लेते हैं। इस प्रतियोगिता के लिए अमेरिका और कनाडा को 13 अलग-अलग क्षेत्रों में बांटा गया है।

संगोष्ठी कार्यक्रम की शुरुआत अरदास और हुकुमनामा के गायन से हुई। 2006 से स्थानीय संयोजक हरजिंदर सिंह ने बताया कि यह सिंपोजियम युवाओं को सिखी की मूल बातों से लेकर गुरबानी के गहन अध्ययन तक कई विषयों को सीखने और जीवन में उतारने का मंच प्रदान करती है। यह ऐसा वातावरण प्रदान करती है जहां सिख युवा सार्वजनिक रूप से बोलने, मौखिक और लिखित संचार का कौशल विकसित कर सकें।

कार्यक्रम के दौरान उनके बेटे जयपाल सिंह को भी याद किया गया जिन्होंने साल दर साल निस्वार्थ और निष्ठा के साथ सिख युवाओं का मार्गदर्शन किया। गुरुद्वारा साहिब में साप्ताहिक कक्षाएं भी आयोजित की गईं। गुरुद्वारा साहिब के प्रमुख ग्रंथी ज्ञानी अमरीक सिंह ने आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी छात्रों, अभिभावकों, स्वयंसेवकों और सेवादार कमेटी के सदस्यों का धन्यवाद किया।

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