भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक को दुबई की एक अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के मामले में डेनमार्क प्रत्यर्पित करने का फैसला सुनाया है। 52 वर्षीय संजय शाह पर आरोप है कि उन्होंने डेनमार्क के इतिहास में सबसे बड़ी धोखाधड़ी की है। साल 2012 में अंजाम दिया गया यह फ्रॉड तीन साल तक चला था। डेनमार्क ने दुबई से संजय शाह के प्रत्यर्पण की गुहार लगाई थी।
दुबई पुलिस ने एक बयान में कहा कि संजय शाह ने एक फ्रॉड स्कीम चलाई थी जिसमें उन्होंने निवेशकों और कंपनियों की ओर से डेनमार्क की ट्रेजरी में हजारों आवदेन जमा किए ताकि डिविडेंड टैक्स का रिफंड प्राप्त किया जा सके। यह घोटाला 1.7 अरब डॉलर यानी लगभग 14 हजार करोड़ रुपये का था।