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शिकोगा धर्म संसद में साध्वी भगवती के पानी व पृथ्वी पर प्रभावी विचार

इसी शहर में सन 1893 में आयोजित धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने ऐतिहासिक संबोधन दिया था। इस साल आयोजित धर्म संसद में लगभग 100 देशों के 6500 से अधिक लोगों की उपस्थिति रही।

शिकागो धर्म संसद में साध्वी भगवती।

अमेरिका के शिकागो में धर्म संसद का आयोजन किया गया। इसमें ग्लोबल इंटरफेथ WASH एलायंस की महासचिव और ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन स्थित दिव्य शक्ति फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी भगवती ने सहभागिता की।

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम रेनफॉरेस्ट एक्शन नेटवर्क के निदेशक डॉ. चार्ल्स मैकनील, साध्वीजी, लॉस एंजिल्स स्थित अगापे स्पिरिचुअल सेंटर के संस्थापक रेव्ह माइकल बेकविथ, अबू धाबी में अब्राहमिक फैमिली हाउस के विशेष सलाहकार रब्बी डेविड रोसेन सीबीई केएसजी और गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था यूके के अध्यक्ष भाईसाहब मोहिंदर सिंह ओबीई केएसजी।

इसी शहर में वर्ष 1893 में आयोजित धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने ऐतिहासिक संबोधन दिया था। इस साल आयोजित धर्म संसद में लगभग 100 देशों के 6500 से अधिक लोगों की उपस्थिति रही। संसद में चर्चा का विषय 'विवेक के लिए आह्वान: स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा' रहा।

कई विशिष्ट अतिथि शामिल थे इस धर्मसंसद में।

इस दौरान साध्वी जी ने विभिन्न विषयों पर सात सत्रों में अपनी बात रखी। इनमें पृथ्वी के लिए विश्वास और पानी के लिए विश्वास भी शामिल था। इस दौरान उन्होंने हमारी धरती और हमारे ग्रह पर जल संरक्षण में विश्वास करने वाले नेताओं और समुदायों की भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने महिला नेताओं पर केंद्रित दो पैनल में भी भाग लिया। इसके विषय "शांति निर्माता एवं विश्वास का प्रतीक महिलाएं" और "शांतिपूर्ण एवं टिकाऊ दुनिया के लिए महिला की भूमिका" रहे।

अमेरिकी यहूदी समिति के अंतर-धार्मिक और अंतर-सांस्कृतिक मामलों के अंतरराष्ट्रीय निदेशक रब्बी नोआम मारन्स के साथ साध्वीजी।

उन्होंने जलवायु पश्चाताप पर धर्म संसद के सत्र में भी हिस्सा लिया, जिसमें विभिन्न धर्मों के नेताओं ने प्रार्थनाओं, शिक्षाओं, मंत्रों और सिद्धांतों को साझा किया। साध्वी जी ने मुख्य मंच से सभी नेताओं और श्रोताओं को एक संकल्प भी दिलाया कि वे जलवायु परिवर्तन की रफ्तार कम करने और पर्यावरण की रक्षा के लिए न सिर्फ प्रार्थना करेंगे बल्कि वास्तव में धरती माता की रक्षा व संरक्षण के लिए काम करेंगे।

साध्वी जी को इसके अलावा शिकागो में अमेरिकी यहूदी समिति की तरफ से भारत-इजरायल संबंधों और हिंदू धर्म व यहूदी धर्म पर चर्चा के लिए विशेष समारोह में आमंत्रित किया गया था।

धर्म संसद में अन्य गणमान्य व्यक्तियों में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएफ नरीमन, गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था यूके के भाई मोहिंदर सिंह, धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति व नीति पर राष्ट्रपति के सचिव के प्रमुख सलाहकार व राजदूत रशद हुसैन, शिकागो के कांग्रेसमैन बॉबी रश, संयुक्त धर्म पहल के वैश्विक अध्यक्ष व अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग की पूर्व अध्यक्ष प्रीता बंसल शामिल थीं।

इनके अलावा संयुक्त धर्म पहल के कार्यकारी निदेशक जेरी व्हाइट, अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, लेखक व आध्यात्मिक नेता मैरिएन विलियमसन, शिकागो के मेयर ब्रैंडन जॉनसन, अमेरिकी यहूदी समिति के अंतरधार्मिक मामलों के अंतर्राष्ट्रीय निदेशक रब्बी डेविड रोसेन केएसजी और  कैलिफोर्निया के एपिस्कोपल सूबा के बिशप द आरटी रेव मार्क हैंडली एंड्रस भी उपस्थित रहे।

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