रूस के साथ युद्ध में घिरे यूक्रेन में हालत नाजुक हैं। भारत सरकार और भारतीय दूतावास कुछ ही दिनों के अंदर तीन बार एडवाइजरी जारी करके भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने की सलाह दे चुके हैं। बावजूद इसके बहुत से छात्र वापस आने को तैयार नहीं हैं। इन छात्रों का कहना है कि वे तब तक भारत नहीं लौटेंगे जब तक कि उनके हाथ में डिग्री नहीं होगी।
कीव स्थित दूतावास की तरफ से जारी एडवाइजरी पर गौर करें तो विदेश मंत्रालय यूक्रेन से लगे पांच देशों की सीमाओं के सुरक्षित रास्ते बताने के साथ-साथ यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए हेल्पलाइन नंबर तक जारी कर चुका है ताकि उन्हें यूक्रेन से सुरक्षित निकलने में परेशानी न हो। हालांकि ज्यादातर छात्र यूक्रेन छोड़ने को राजी नहीं है। उनका कहना है कि महीनों तक इंतजार करने के बावजूद भारत में उन्हें अपनी पढ़ाई आगे जारी रखने का कोई समाधान नहीं मिला इसीलिए वे यूक्रेन वापस गए थे।