भारत के राज्य पंजाब से राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सिंह साहनी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भारतीय मूल के उन कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं फिर से शुरू करने का अनुरोध किया है, जिनके पास ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड नहीं है।
साहनी ने एक बयान में कहा है कि उन्हें प्रवासी भारतीयों, विशेष रूप से पंजाबियों से पारिवारिक जरूरतों के लिए भारतीय वीजा प्राप्त करने में आ रही दिक्कतों के बारे में कई अनुरोध मिल रहे हैं। साहनी के मुताबिक पंजाब में हर दूसरे घर में परिवार का कोई न कोई सदस्य कनाडा में रहता है। कनाडा में भारतीय मूल के लोगों को वीजा जारी नहीं किए जाने से उन्हें काफी कठिनाई होगी।
साहनी का कहना है कि उन्होंने कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त से बात की, जिन्होंने कहा कि वे केवल उन मामलों में आपातकालीन वीजा पर विचार कर सकते हैं, जब किसी की मौत हुई हो। साहनी का कहना है कि अन्य सभी मामलों या आपात स्थितियों के लिए वह विदेश मंत्रालय से नीति दिशा-निर्देश मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय मिशनों में कर्मचारियों की कमी के मामले में ई-वीजा देने पर विचार किया जा सकता है।
बताया गया है कि भारत ने सितंबर में कनाडा में अपनी वीजा सेवाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया था। जून में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो के आधारहीन आरोपों के बाद पैदा हुए राजनयिक विवाद के बीच यह कदम उठाया गया है।
बता दें कि साहनी अपने सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 500 अफगान हिंदुओं और सिखों को काबुल में अपने खर्च पर तीन चार्टर्ड उड़ानें भेजकर निकालने में मदद की थी। साहनी पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपूरा से हैं। उनकी कंपनी दक्षिण अफ्रीका और मध्य पूर्व सहित कई देशों में उर्वरकों, उर्वरक कच्चे माल और अन्य कृषि वस्तुओं का व्यापार करती है।
उन्हें 2008 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान समाज में अमूल्य योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। पिछले साल शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने अनमोल सिख रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया है।