उत्तर भारतीय राज्य पंजाब में क्रिकेट की कमान संभालने वाले अधिकारियों ने गुरदासपुर के जिस खिलाड़ी को बार-बार खारिज किया, उसका चयन कनाडा की राष्ट्रीय टीम में हो गया है। कनाडाई क्रिकेट टीम 30 सितंबर से बरमूडा में होने वाले T20 विश्व कप क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी।
🚨 Breaking News 🚨
— Cricket Canada (@canadiancricket) September 15, 2023
Three Debutants for Team Canada as Dilpreet Bajwa, Gurpal Sidhu & Shahid Ahmadzai have been added to the Squad for ICC Men’s T20 World Cup Americas Qualifier which will be held in Bermuda next month 🇨🇦#cricketcanada pic.twitter.com/wCbNwBXHnU
राज्य की क्रिकेट जमात के कई लोगों को यह खबर जबर्दस्त झटका दे रही है। उन लोगों के लिए यह विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि ऑलराउंडर दिलप्रीत सिंह बाजवा (22) ने दूसरे देश की टीम में जगह बनाई है क्योंकि उसके दावों को उनके अपने राज्य और देश ने गलत तरीके से खारिज कर दिया था।
कई पूर्व क्रिकेटरों का कहना है कि इससे क्रिकेट और पंजाब में क्रिकेट खिलाड़ियों की पूरी कहानी साफ हो जाती है कि छोटे जिलों के खिलाड़ियों को अपवादस्वरूप ही आगे बढ़ाया जाता है, भले ही वे अपने हुनर में कितने ही माहिर हों। बाजवा से बेहतर इसकी पुष्टि कोई नहीं कर सकता। पंजाब में जिलों को मुख्य यानी बड़े और छोटे जिलों में वर्गीकृत किया गया है। और गुरदासपुर छोटे जिलों की श्रेणी में है।
बाजवा के कोच राकेश मार्शल हैं। बाजवा सरकारी कॉलेज के मैदान में अभ्यास करते थे, जहां मार्शल एक अकादमी चलाते हैं। बाजवा ने अपनी स्कूली शिक्षा गुरु अर्जुन देव सीनियर सेकेंडरी स्कूल, धारीवाल से की। उनके पिता हरप्रीत सिंह कृषि विभाग में काम करते थे जबकि उनकी मां हरलीन कौर एक सरकारी शिक्षिका थीं। इस बात को ध्यान में रखते हुए कि उनके होनहार बेटे को चयनकर्ता लगातार खारिज कर रहे हैं दिलप्रीत के माता-पिता ने 2020 में कनाडा प्रावस का फैसला किया।
केवल तीन वर्षों में बल्लेबाज ऑलराउंडर बाजवा ने कनाडा के घरेलू ग्लोबल T20 टूर्नामेंट में सभी को प्रभावित किया। बाजवा ने मॉन्ट्रियल टाइगर्स के लिए खेलते हुए कई बार शानदार स्कोर बनाया। यही देख चयनकर्ताओं ने उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल करने का फैसला किया।
क्रिस गेल, टिम साउथी, कार्लोस ब्रैथवेट और जेम्स नीशम जैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर नियमित रूप से टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं और गेल बाजवा को खूब पसंद करते हैं। पंजाब क्रिकेट की ओर से जब दिलप्रीत बार-बार खारिज किये गये और लगभग निराश हो चले थे तो कोच मार्शल और माता-पिता ने ही उत्साहित किया और यकीन दिलाया कि उनमें प्रतिभा है लिहाजा हार नहीं माननी है।