विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भारत पांचवे स्थान पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 7 अप्रैल यानी वीकेंड तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार $6.3 बिलियन (51,163 Cr) बढ़कर $ 584.76 बिलियन (47,86,041 Cr) हो गया। भारत के केंद्रीय बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक यह नौ महीने के उच्चतम स्तर पर है। सोने का भंडार भी 1.496 बिलियन डॉलर (12,244 Cr) बढ़कर 46.696 बिलियन डॉलर (3,82,189 Cr) हो गया है।
जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर 2021 में भारत का विदेश मुद्रा भंडार 645 बिलियन डॉलर (52,79,083 Cr) के साथ सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। इसके बाद से विदेश मुद्रा भंडार में गिरावट आई है। हालांकि पिछले हफ्ते गिरावट में विराम लगा है। इससे पिछले सप्ताह भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 32.9 बिलियन डॉलर (2,69,274 Cr) घटकर 578.42 बिलियन डॉलर (47,34,150 Cr) हो गया था।
बता दें कि वैश्विक स्तर पर उतार-चढ़ाव का रुपये पर जब भी असर पड़ता है तब भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आती है। केंद्रीय बैंक रुपये में तेजी से होने वाली चाल को रोकने के लिए हाजिर और वायदा बाजारों में हस्तक्षेप करता है और गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करता है। इसी कारण भंडार में गिरावट आती है।
विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन भी मूल्यांकन लाभ या हानि से उत्पन्न होता है। पिछले सप्ताह के आंकड़ों के अनुसार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 0.3% अधिक बंद हुआ था। भारतीय ईकाई ने डॉलर के मुकाबले 81.8300 से 82.4550 की विस्तृत श्रृंखला में कारोबार किया था। गुरुवार को रुपया 81.85 पर बंद हुआ और 14 अप्रैल को समाप्त अंत में लगातार चौथी साप्ताहिक वृद्धि देखी गई थी।