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राहुल गांधी के मामले पर US की भी नजर, जानें क्या बोला वाइट हाउस

राहुल गांधी को मानहानि के मामले में दो साल की सजा होने उनकी संसदीय सदस्यता भी खत्म कर दी गई है। इस मसले पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने एक सवाल के जवाब में अपनी प्रतिक्रिया दी।

अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने राहुल गांधी पर प्रतिक्रिया दी।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने और उसके बाद उनकी संसद सदस्यता खत्म किए जाने का मामला राजनीतिक हलकों में गरमाया हुआ है। इस मामले में अमेरिका का बयान भी चर्चा में है। अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि भारतीय अदालतों में चल रहे राहुल गांधी के मामले पर अमेरिका की भी नजर है।

वाइट हाउस में एक नियमित ब्रीफिंग के दौरान भारत में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के संसद से निष्कासन और सदस्यता खत्म करने के मामले में सवाल पूछा गया था कि क्या यह लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप है?  इस सवाल के जवाब में पटेल ने कहा कि किसी भी देश के लोकतंत्र का बुनियादी आधार वहां के कानून का शासन और न्यायिक स्वतंत्रता का सम्मान है।

उन्होंने कहा कि भारतीय साझेदारों के साथ हमारा जुड़ाव यह दिखाता है कि हम लोकतंत्र के सिद्धांतों को कितना तवज्जो देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने दोनों प्रजातांत्रिक देशों की गरिमा पर जोर देते हुए कहा कि मानवाधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संरक्षण को हम कितना महत्व देते हैं।

गौरतलब है कि 2019 में कर्नाटक में एक चुनावी रैली के दौरान की राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी पर मानहानि के मामले में 23 मार्च को गुजरात कोर्ट ने उन्हें दो साल कैद की सजा सुनाई। सजा के बाद उनकी सांसदी भी चली गई। गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के विधायक पूर्णेश मोदी ने सूरत कोर्ट में राहुल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।

सूरत की अदालत से सजा मिलने के बाद राहुल गांधी को लोकसभा सदस्य यानी सांसदी के अयोग्य घोषित कर दिया गया। वह केरल की वायनाड सीट से सांसद थे। उन्हें अयोग्य करार देने के बाद से कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल एकजुट होकर लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। इस बीच अब राहुल गांधी को आवंटित सरकारी बंगला खाली करने का भी नोटिस दे दिया गया है।

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