ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड राज्य की विधानसभा में नफरत फैलाने वाले नाजियों के प्रतीक चिह्न हाकेनक्रेज को प्रतिबंधित करने का विधेयक पेश किया। इस विधेयक में स्वास्तिक चिह्न और नाजियों के हुक्ड क्रॉस (हाकेनक्रेज) में अंतर भी स्पष्ट किया गया है। स्वास्तिक हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म मानने वालों का पवित्र प्रतीक है। यह विधेयक न्याय, महिला और घरेलू हिंसा रोकथाम मामलों की मंत्री शैनन फेंटिमैन ने पेश किया है।
विधेयक में बताया गया है कि प्रतिबंधित प्रतीक चिह्न को सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित करना, वितरित या प्रकाशित करना हेट क्राइम को बढ़ावा देना है। यह किसी को परेशान और अपमानित कर सकता है। इस अपराध के लिए अधिकतम 70 पेनल्टी यूनिट या छह महीने तक कैद की सजा का प्रावधान है।
29 मार्च 2023 को क्वींसलैंड के संसद में क्रिमिनल कोड (गंभीर निंदा और हेट क्राइम) और अन्य विधान संशोधन विधेयक 2023 पेश किया गया। यह विधेयक पास हुआ तो हेट क्राइम रोकने के लिए क्वींसलैंड को एक तगड़ा कानून मिल जाएगा।
स्वास्तिक और हाकेनक्रेज देखने में कुछ लोगों को एक जैसे लगते हैं। इसे देखते हुए दोनों के बीच अंतर स्पष्ट किया गया है। हालांकि पहले पेश विधेयक में प्रतिबंधित प्रतीक को निर्धारित नहीं किया गया था। शैनन फेंटिमन ने ध्यान दिलाया कि नाजी हाकेनक्रेज या हुक्ड क्रॉस काफी हद तक स्वास्तिक जैसा दिखता है।
स्वास्तिक को हिंदू, बौद्ध और जैन सहित कुछ अन्य धर्मों में पवित्र माना जाता है और यह शांति का प्रतीक है। उसके बाद ऐतिहासिक मॉडल, धार्मिक, वैज्ञानिक और अनुसंधान आदि का हवाला देते हुए दोनों की बनावट में अंतर स्पष्ट किया गया और कहा गया कि स्वास्तिक और नाजी के हुक्ड क्रॉस (हाकेनक्रेज) एक जैसे नहीं हैं। मंत्री फेंटिमन ने दोनों महत्वपूर्ण प्रतीक चिन्हों में अंतर स्पष्ट करने में सहयोग के लिए ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली हिंदू आकाशिका मोहला को धन्यवाद दिया।
नाजियों का ये प्रतीक चिह्न ऑस्ट्रेलिया में लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है। पिछले साल विक्टोरिया राज्य हाकेनक्रेज के सार्वजनिक प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला राज्य बन गया था। अगर इस विधेयक को मंजूरी मिलती है तो क्वींसलैंड में भी इस पर प्रतिबंध लग जाएगा।