कनाडा में भारतीय मूल के राजिंदर पाल सिंह को मानव तस्करी गिरोह से 5,00,000 डॉलर लेने का दोषी ठहराया गया है। सिंह को पिछले साल मई में वाशिंगटन से गिरफ्तार किया गया था। सिंह की सजा 9 मई को तय की जाएगी। जनवरी 2022 के बाद से भारतीय मूल के पटेल परिवार की दर्दनाक मौत के बाद से सिंह जांच अधिकारियों की रडार पर था।
मामला ये है कि सिएटल के वेस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ वाशिंगटन के यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक याचिका समझौते की सुनवाई के दौरान सिंह को प्रवासियों को ट्रांसपोर्ट व पनाह देने के अलावा मनी लॉन्ड्रिंग करने की साजिश के लिए दोषी ठहराया है। सिंह ने कनाडा से अमेरिका में प्रवासियों को ले जाने वाले मानव तस्करी गिरोह से समन्वय के लिए 5,00,000 से अधिक रकम लेने की बात भी स्वीकार की थी।

मालूम हो कि जनवरी 2022 में कनाडा-अमेरिकी सीमा पर भारतीय मूल के परिवार की ठंड में जमकर दुखद मौत हो गई थी। 19 जनवरी 2022 को तीन साल के धार्मिक पटेल, 11 साल की विहंगी पटेल, 37 साल की मां वैशाली पटेल और 39 साल के पिता जगदीश पटेल के शव विन्निपेग से लगभग 100 किमी दक्षिण में एमर्सन के पूर्व में एक बर्फ से ढके मैदान में पाए गए थे। इसके बाद से सिंह मैनिटोबा आरसीएमपी इन्वेस्टिगेशन के लिए जांच के दायरे में था।
प्रवासियों को कनाडाई सीमा पर नेविगेट करने में मदद करने के लिए सिंह Life360 ऐप का इस्तेमाल करता था। यह मोबाइल ऐप यूजर को अपने सेल फोन के माध्यम से अपनी लोकेशन साझा करने की अनमुति देता है। एक बार अमेरिका में गैर-कानूनी प्रवेश के बाद वह उबर राइड शेयर ऐप की मदद से उनके लिए पिकअप की भी व्यवस्था करता था।
रिपोर्ट के मुताबिक सिंह ऐसे प्रत्येक काम के लिए 11,000 डॉलर तक वसूलता था। यूएस होमलैंड सिक्योरिटी साल 2018 से ही सिंह की जांच कर रही थी। बता दें कि साल 2009 में सिंह को बैंक धोखाधड़ी और अवैध पुन: प्रवेश के लिए दोषी ठहराया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें अमेरिकी संघीय जेल में 27 महीने की सजा सुनाई गई थी।