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प्रवासी भारतीयों को दिल्ली की रामलीला का मंचन दिखाने की तैयारी

इस मसले पर न्यू इंडिया अब्रॉड ने इन लीला आयोजकों से बात की। उनका कहना है कि हम इस मसले पर लगातार प्रयास कर रहे हैं और विदेशों में मौजूद अपने संपर्कों से बात कर प्रवासियों को बुलाने के लिए ‘मेहनत’ कर रहे हैं।

फोटो: सोशल मीडिया

भारत की राजधानी दिल्ली विशेषकर पुरानी दिल्ली की रामलीलाएं इस बार विशेष होने जा रही हैं। इनके आयोजक रामलीलाओं का मंचन भारतीय प्रवासियों को दिखाना चाहते हैं। इन प्रवासियों को बुलाने के लिए आयोजकों की कवायद जारी है। आयोजक चाहते हैं कि ये प्रवासी इन लीलाओ को देखकर भारतीय (हिंदू) धर्म व संस्कृति का लाइव अवलोकन करें और कुछ यादें भी सहेजकर ले जाएं। विशेष बात यह है कि नवरात्र के दौरान जो प्रवासी दिल्ली में होंगे, उन्हें भी अपने माध्यम से बुलाने का प्रयास कर उनका स्वागत किया जाएगा।

पुरानी दिल्ली में सैंकड़ों वर्षों से शारदीय नवरात्र के दौरान दस दिनों तक रामलीलाओं का मंचन हो रहा है। इन लीलाओं में भगवान राम से जुड़े प्रमुख प्रसंगों का मंचन किया जाता है, जिन्हें बेहद भक्तिभाव से देखा व सराहा जाता है। इन लीलाओं में हर वर्ष भारत के राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री, गणमान्य लोग व विभिन्न विदेशी दूतावासों के आला अधिकारी भी शिरकत करते हैं। ये लोग घंटों तक इन लीलाओं का अवलोकन करते हैं और उसकी सराहना भी। रामलीला आलोचक भी मंचन के दौरान इन विशिष्ट अतिथियों का सम्मान भी करते हैं और धार्मिक प्रतीक भेंट कर उन्हें आह्लादित करते हैं। इस बार भारत में रामलीलाओं का मंचन 15 अक्टूबर से शुरू होगा, जो 24 अक्टूबर तक चलेगा।

 दिल्ली में रामलीला मंचन के लिए भूमि पूजन शुरू हो चुका है। फोटो: नवश्री धार्मिक लीला कमेटी

शारदीय नवरात्र के दौरान दिल्ली में यूं तो सैंकड़ों स्थानों पर छोटी-बड़ी रामलीलाओं का मंचन किया जाता है, लेकिन पुरानी दिल्ली की लीलाओं का विशेष आकर्षण है। उसका कारण यह है कि यहां लीलाओं का मंचन लंबे समय तक हो रहा है, मंचन के दौरान गरिमा व भक्तिभाव का ध्यान रखा जाता है और लोगों को पुरानी दिल्ली की लीलाओं में अलग ही मजा आता है। इसी के चलते दिल्ली-एनसीआर के लोग के लोग भी इन इन लीलाओं को देखने आते हैं। इन लीलाओं में रामलीला कमेटी, रामलीला मैदान के अलावा नवश्री धार्मिक लीला कमेटी, श्री धार्मिक लीला कमेटी, लव कुश रामलीला कमेटी आदि प्रमुख हैं। यहां पर हर साल रामलीला का भव्य मंचन किया जाता है, जिसके चलते 10 दिनों तक यहां हर रोज हजारों श्रद्धालु लीलाओं को देखने आते हैं। अब इन लीलाओं के आयोजक मंचन दिखाने के लिए प्रवासी भारतीयों से संपर्क कर रहे हैं ताकि वे यहां आएं और भारतीय संस्कृति व धर्म का अवलोकन करें।

इस मसले पर न्यू इंडिया अब्रॉड ने इन लीला आयोजकों से बात की। उनका कहना है कि हम इस मसले पर लगातार प्रयास कर रहे हैं और विदेशों में मौजूद अपने संपर्कों से बात कर प्रवासियों को बुलाने के लिए ‘मेहनत’ कर रहे हैं। श्री धार्मिक लीला समिति के प्रबंधक रवि जैन ने बताया कि विश्व में भारत की अब एक अलग ही पहचान बन रही है और प्रवासी भारतीय भी भारत आने-जाने में सुकून महसूस कर रहे हैं। हमने बहुत पहले ही अमेरिका में अपने लोगों से संपर्क साधना शुरू दिया था और उन्हें यह आश्वासन दिया था कि अगर वे लोग नवरात्र के दौरान लीलाओं का मंचन देखने के लिए आते हैं तो उनका विशेष अतिथि सत्कार किया जाएगा। नवश्री धार्मिक लीला कमेटी के प्रचार मंत्री राहुल शर्मा ने बताया कि हमने ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड में अपने लोगों से बात की है और कहा है कि अगर वे मंचन देखने आते हैं तो उन्हें यहां रुकने, खानपान को लेकर पूरी मदद की जाएगी। कुछ लोगों ने उत्सुकता दिखाई है। अगर प्रवासी आएंगे तो उनको पूरा सम्मान मिलेगा।

अन्य लीलाओं के आयोजकों का कहना है कि वैसे तो नवरात्र के दौरान सैकड़ों प्रवासी भारत आते हैं, क्योंकि त्योहारों के चलते उन्हें अपना वतन याद आता है। अगर ये प्रवासी उत्तर भारत में अपने घरों में आते हैं तो हम अपने विभिन्न संपर्कों के जरिए इन्हें दिल्ली बुलाने का प्रयास करेंगे और मंचन तक ले जाएंगे। अगर यह लोग आते हैं तो मंचन स्थल पर इनके बैठने की भी अलग से व्यवस्था की जाएगी। हम इन लोगों को पुरानी दिल्ली के भोजन का आनंद भी दिलाएंगे, जिनमें पुरानी दिल्ली की चाट-पकौड़ी, कुल्फी, जलेबी व अन्य व्यंजन शामिल हैं। ये प्रवासी लीला देखने आएंगे तो इन्हें मंच पर बुलाकर सम्मानित भी किया जाएगा, ताकि दिल्ली के लोग देख सकें कि प्रवासी लोग अभी भी रामलीलाओं में रुचि दिखाते हैं।

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