भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने नियमित आकाशवाणी (रेडियो) कार्यक्रम के जरिए एक बार फिर देशवासियों से बात की। प्रधानमंत्री पिछले नौ सालों से यह कार्यक्रम हर माह के आखिरी रविवार को कर रहे हैं। विशेष बात यह है कि भारत में करोड़ों लोगों ने ‘मन की बात’ की बात को तो सुना ही, साथ ही विदेशों में भी हुए इसके प्रसारण के दौरान अनिवासी भारतीयों व विशेष लोगों ने भी इसे सुना। प्रधानमंत्री का रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 100वां एपिसोड था।
#MannKiBaat
— India in New Zealand (@IndiainNZ) April 30, 2023
100 years old Ms. Ramben joined the live broadcast of #MannkiBaat100Episode in Auckland and gave her best wishes & blessings for India's prosperity in Amrit Kaal. Showcasing Nari shakti, a group of 100 women also joined and cherished MannKiBaat.@MEAIndia @mannkibaat pic.twitter.com/hjEVZPSxVD
प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ एक ऐसा लोकप्रिय कार्यक्रम है, जिसमें देश-विदेश की राजनीति और न ही वहां के राजनैतिक घटनाक्रमों पर बात की जाती है। इस कार्यक्रम में मोदी देश-विदेश के लोगों से सीधे बात करते हैं और उनके दुख-सुख साझा करते हैं। विशेष बात यह है कि पीएम इस कार्यक्रम में आम लोगों की बड़ी उपलब्धियों की जानकारी लोगों तक पहुंचाते हैं और उनसे प्रेरणा लेने का आग्रह करते हैं। इस बेहद भावुक कार्यक्रम में उन लोगों के बारे में भी जानकारी दी जाती है, जो अपने समाज या क्षेत्र में बड़े सामाजिक कार्य कर रहे है। इस कार्यक्रम में लोग प्रधानमंत्री से बात कर बेहद प्रसन्न और भावुक नजर आते हैं। पीएम के ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी में अलग अलग क्षेत्र से देशभर से100 लोगों को चुना गया है। इस एपिसोड का लाइव प्रसारण भारत में 4 लाख सेंटरों में किया गया।
The Indian diaspora in Perth joined in large numbers to listen to Hon’ble PM’s #MaanKiBaat100, at over 15 locations, with great zeal and enthusiasm. @PMOIndia
— India in Perth (@CGIPerth) April 30, 2023
@MEAIndia @IndianDiplomacy
@mygovindia @HCICanberra @DDIndialive pic.twitter.com/WJHLyQz31X

पीएम मोदी के 'मन की बात' का यह विशेष प्रसारण संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में भी किया गया। यूएन ने ट्वीट में कहा ऐतिहासिक क्षण के लिए तैयार हो जाइए। पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण UN मुख्यालय में ट्रस्टीशिप काउंसिल चैंबर में भी दिखाया जाएगा। इस क्षण को ऐतिहासिक माना जा रहा है। दूसरी ओर न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास में भी इस कार्यक्रम को सुना गया। प्रवासी भारतीयों ने सामुदायिक संगठन के साथ मिलकर भारतीय-अमेरिकी और प्रवासी समुदाय के लिए न्यू जर्सी में इस कार्यक्रम को प्रसारित किया। इस कार्यक्रम में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हुए। दूसरी ओर लंदन में इसके प्रसारण से पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी प्रवासी भारतीयों से बातचीत की।
Connected & Inspired!
— India in Kenya (@IndiainKenya) April 30, 2023
Great morning spent with friends in #Kenya listening to the special 100th episode of PM @narendramodi ‘s #MannkiBaat#MannkiBaat100.@MEAIndia @PMOIndia @IndianDiplomacy pic.twitter.com/auuSzg7KT5
दूसरी ओर माइक्रो साफ्ट के सहसंस्थापक बिल गेट्स ने‘मन की बात’ को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है। एक ट्वीट में बिल गेट्स ने कहा कि इस कार्यक्रम से स्वच्छता के प्रति सामुदायिक कार्य, स्वास्थ्य, महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और स्थायी विकास लक्ष्यों से संबंधित विषयों को प्रेरणा मिलती है। लंदन में प्रवासी भारतीयों का कहना था कि पीएम मोदी ने विदेशों में भारतीय प्रवासियों का सम्मान बढ़ाया है। विशेष बात यह है कि मोदी के ‘मन की बात’ को भारत की 22 भाषाओं के अलावा 29 बोलियों में भी प्रसारित किया जाता है। इसके अलावा इस कार्यक्रम को विदेशी भाषाओं फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है।
#MannKiBaat - Inspiring the World!
— India at UN, Geneva (@IndiaUNGeneva) April 30, 2023
Members of the Indian community joined @IndiaUNGeneva to tune in live to the 100th episode of #MannKiBaat program, which over the years has introduced to India and the world, the unheard heroes of #NewIndia@IndianDiplomacy @MEAIndia pic.twitter.com/6xA5Np56Bb
विशेष बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी का ‘मन की बात’ कार्यक्रम अनूठा और विलक्षण हैं, जहां वह सीधे देशवासियों के सुख-दुख के साथ जुड़ते हैं। ‘मन की बात’ प्रधानमंत्री मोदी की रेडियो के माध्यम से देश-विदेश के भारतीयों से जुड़ने का एक प्रभावी कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम ने पारंपरिक रेडियो प्रसारण को एक बार फिर से जनता को जोड़ा है। ‘मन की बात’ के जरिए प्रधानमंत्री विभिन्न मसले मांगते हैं और फिर बाद में उस पर बात करते हैं। यह कार्यक्रम देश विदेश की आम जनता तक पहुंचे इसके लिए भारतीय दूरदर्शन के 34 और लगभग 91 निजी सैटेलाइट टीवी चैनल पूरे देश में इस रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण करते हैं। इसके अलावा एक अलग ट्विटर हैंडल 'मन की बात अपडेट्स' बनाया गया है जो इस कार्यक्रम में दौरान उठाए गए मसलों के बारे में अपडेट देता है।