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मां का अंतिम संस्कार कर काम में जुट गए पीएम मोदी, देश-विदेश से मिल रहे शोक संदेश

भारत के लिए सुबह यह खबर स्तब्ध करने वाली थी। संभावना जताई जा रही थी कि उनकी मृत्यु पर देश में शोक की लहर फैलेगी और सरकारी कामकाज भी बाधित होगा। देश में गहरे तौर पर शोक तो व्याप्त हुआ, लेकिन वह सामान्य तौर पर ही चलता रहा।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताजी हीराबेन (हीराबा) का आज अलसुबह निधन हो गया। वह 100 वर्ष की थीं। हाल ही में खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज तड़के उन्होंने अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी मां के निधन की जानकारी दी और मां को अपने जीवन का कर्म का प्रेरणास्रोत बताया। विशेष बात यह रही कि सुबह ही अपनी मां का अंतिम संस्कार कर पीएम फिर देश के कामकाज पर लग गए। उनके इस व्यवहार को हैरानी व गर्व के साथ देखा-सुना जा रहा है। पीएम की मां की मृत्यु पर देश-विदेश से शोक के संदेश आ रहे हैं। इनमें राजनेता, अर्थशास्त्री, अभिनेता व आम जन भी शामिल हैं।

प्रधानमंत्री मंत्री की मां उनके गृहनगर गुजरात स्थित अहमदाबाद में ही रहती थीं। 

प्रधानमंत्री मंत्री की मां उनके गृहनगर गुजरात स्थित अहमदाबाद में ही रहती थीं। आज सुबह अस्पताल ने उनकी मृत्यु की जानकारी और बताया कि 'हीराबा मोदी का निधन शुक्रवार तड़के (30 दिसंबर) 3.30 बजे (सुबह) इलाज के दौरान हुआ।’ इसी दौरान अलसुबह ही पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह सूचना दी गई। पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा गया कि 'शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम... मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।' भारत के लिए सुबह यह खबर स्तब्ध करने वाली थी। संभावना जताई जा रही थी कि उनकी मृत्यु पर देश में शोक की लहर फैलेगी और सरकारी कामकाज भी बाधित होगा। देश में गहरे तौर पर शोक तो व्याप्त हुआ, लेकिन वह सामान्य तौर पर ही चलता रहा।

उसका कारण यह था कि प्रधानमंत्री अपनी मां की अंत्येष्टिके लिए सुबह ही नई दिल्ली से अहमदाबाद रवाना हो गए। जाते ही उन्होंने वहां मां को अंतिम प्रणाम किया और उनकी अंत्येष्टि में जुट गए। उन्होंने मां की अर्थी को कंधा दिया और फिर एंबुलेंस में बैठकर श्मशान घाट पहुंचे। उनके अलावा बड़े भाई सहित अन्य भाइयों ने मां को मुखग्नि दी। श्मशान घाट पर ही पीएम ने अंत्येष्टि से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी कीं और राजभवन पहुंचकर आगे के कार्यक्रमों में लग गए। आज उन्होंने पश्चिम बंगाल जाकर रेल से जुड़े प्रोजेक्ट समेत करोड़ों रुपये की कई योजनाओं की शुरुआत करनी थीं। उन्होंने राजभवन से ही वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम में हिस्सा लिया और हावड़ा-जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन व अन्य विकास कार्यों की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के चेहरे पर मां से बिछुड़ने का दुख साफ देखा जा रहा था, इसके बावजूद उन्होंने इसका आभास नहीं होने दिया और सारी सरकारी औपचारिकताओं को निभाया।

माना जा रहा था कि प्रधानमंत्री की माताजी के निधन के बाद देश में शोक लहर का वातावरण बन जाएगा और सरकारी गतिविधियां बाधित होंगी, साथ ही उनकी मां को श्रद्धांजली देने के लिए सभी राज्यों, जिलों, शहरों, गांवों में शोकसभाएं आयोजित की जाएंगी। शोक तो व्यक्त किया गया, लेकिन देश की गतिविधियां बाधित नहीं हुईं। देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि राष्ट्र प्रमुख के किसी अपने के निधन के बाद विशेष औपचारिकताएं निभाएं बिना उनकी अंत्येष्टि कर दी गई हो। पूरे देश में इस मसले पर हैरानी तो जताई ही जा रही है, साथ ही गर्व भी किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि देश के प्रमुख के सामने राष्ट्र पहले था, इसलिए उन्होंने अपने निजी दुख को सार्वजनिक नही बनने दिया।

विदेशी हस्तियों ने शोक व्यक्त किया

पीएम मोदी के मां के निधन पर देश के अलावा विदेशी नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं और जिल बाइडेन (उनकी पत्नी) नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी के निधन पर गहरी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। इस कठिन समय में हमारी प्रार्थना पीएम और उनके परिवार के साथ हैं। इजराइल के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी ट्वीट करके शोक प्रकट किया। नेतन्याहू ने कहा, मेरे प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री, कृपया अपनी प्यारी मां के निधन पर मेरी संवेदना स्वीकार करें।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने मां के निधन पर गहरा शोक जताते हुए पीएम मोदी और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रधानमंत्री मोदी की मां के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। मोदी को भेजे शोक संदेश में हसीना ने कहा, भारी मन से, मैं, बांग्लादेश के लोगों और अपनी ओर से, आपकी प्यारी मां श्रीमती हीराबेन मोदी के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।

श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री मोदी की प्यारी मां के निधन से गहरा दुख हुआ। दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री मोदी और उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। इसके अलावा भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव, सिंगापुर के राजदूत एचसी वांग, जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन, ने भी हीराबेन का श्रद्धांजली अर्पित की है।

भारत के पक्ष, विपक्षी पार्टियों ने भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं, इनमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, भारत सरकार के अधिकतर मंत्री, राज्यों के राज्यपाल व मुख्यमंत्रियों के अलावा बीजेपी, कांग्रेस व अन्य राजनैतिक दलों ने भी दुख जताया है। आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने पीएम मोदी की मां के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूजनीय माता जी हीरा बा के निधन से एक तपस्वी जीवन पूर्ण हो गया। खबर लिखे जाने तक श्रद्धांजली देने वालों का क्रम जारी था। इस कड़ी में बड़ी कारोबारी हस्तियां, फिल्मी जगत से जुड़े प्रमुख लोग, सामाजिक कार्यकर्ता व आम जन शामिल हैं।

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