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अमेरिका आ रहे हैं पीएम मोदी, इस संगठन ने कहा, करेंगे जोरदार स्वागत

एमआर रंगास्वामी ने कहा कि हम अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं। अमेरिका-भारत संबंध समय के साथ काफी हद तक विकसित हुए हैं और इस सदी के सबसे महत्वपूर्ण साझेदार बनने के लिए तैयार हैं।

वैश्विक भारतीय प्रवासियों के गैर-लाभकारी संगठन इंडियास्पोरा ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा पर उत्साह व्यक्त किया है। 21 जून से 24 जून के बीच नरेंद्र मोदी अमेरिका का दौरा करने वाले हैं। यह एक ऐतिहासिक यात्रा है क्योंकि 1963 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन और 2009 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बाद मोदी तीसरे भारतीय नेता हैं जिन्हें राजकीय यात्रा के लिए अमेरिका आमंत्रित किया गया है।

इंडियास्पोरा विविध पृष्ठभूमि और व्यवसायों के शक्तिशाली वैश्विक भारतीय नेताओं का एक गैर-लाभकारी संगठन है। Photo : Indiaspora

इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने कहा कि हम अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं। अमेरिका-भारत संबंध समय के साथ काफी हद तक विकसित हुए हैं और इस सदी के सबसे महत्वपूर्ण साझेदार बनने के लिए तैयार हैं। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन के बीच क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (iCET) और रक्षा संबंधों सहित कई मुद्दो पर चर्चा होगी। मेरा मानना है कि दोनों देशों को जलवायु परिवर्तन पर भी बातचीत जारी रखने की जरूरत है।

इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी

रंगास्वामी ने आगे कहा कि इंडियास्पोरा ने एक डायस्पोरा नेतृत्व समूह के रूप में दो राजनयिक संवाद आयोजित किए हैं जो अमेरिका-भारत संबंधों और इसके भारतीय डायस्पोरा पर होने वाले प्रभाव पर आधारित हैं। इसके अलावा इंडियास्पोरा अगस्त 2023 में नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। यह शिखर सम्मेलन विश्वभर के भारतीय मूल के नेताओं को भू-राजनीति, व्यापार और वाणिज्य, उद्यमिता और नवाचार, स्वास्थ्य सेवा, परोपकार, शिक्षा, कला और संस्कृति, और खेल पर चर्चा करने के लिए एक साथ लाएगा।

इंडियास्पोरा के कार्यकारी निदेशक संजीव जोशीपुरा

इंडियास्पोरा के कार्यकारी निदेशक संजीव जोशीपुरा ने कहा कि मोदी की यह ऐतिहासिक यात्रा अमेरिका-भारत संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण पल है। दोनों देशों के बीच सीमा पार निवेश और डायस्पोरा जुड़ाव तेजी से बढ़ रहा है। यह भारतीय प्रवासियों के लिए पॉजिटिव है। इससे भारतीय प्रवासियों को अमेरिका में एक ताकत बनने में मदद मिलेगा। यह हमारे संगठनात्मक लक्ष्य के अनुरूप है।

इंडियास्पोरा ने कुछ आंकड़े देते हुए बताया कि 2022 में अमेरिका द्विपक्षीय वस्तुओं और सेवाओं का 191 बिलियन डॉलर से अधिक का व्यापार करने से भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया था। यह 2014 से दोगुना था। क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (iCET) पर हाल ही में शुरू की गई यूएस-इंडिया पहल भी दोनों देशों की सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी को उन्नत और विस्तारित करती है।

इसके अलावा 160 से अधिक भारतीय कंपनियां अमेरिका के सभी 50 राज्यों में मौजूद हैं। इन कंपनियों ने 40 बिलियन डॉलर से अधिक का उत्पादन किया है। इन कंपनियों ने अमेरिका में 4,25,000 से अधिक नौकरियां भी पैदा की हैं। अमेरिका में लगभग 2,00,000 भारतीय छात्रों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सालाना लगभग 7.7 बिलियन डॉलर का योगदान दिया है।

आपको बता दें कि इंडियास्पोरा विविध पृष्ठभूमि और व्यवसायों के शक्तिशाली वैश्विक भारतीय नेताओं का एक गैर-लाभकारी संगठन है। इसकी स्थापना साल 2012 में एमआर रंगास्वामी ने की थी। रंगास्वामी एक भारतीय सॉफ्टवेयर एक्जीक्यूटिव, निवेशक, उद्यमी और कम्युनिटी लीडर हैं।

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