Skip to content

भारत-पाक सीमा के इस पर्यटक स्थल को देखकर जाग जाएगी देशभक्ति

भारतीय सेना ने यहां एक कैफेटेरिया से लेकर एलओसी (पाकिस्तान तक) ट्रेडिंग लाइन के जरिए कमान पोस्ट को पुनर्जीवित करके जगह को पर्यटकों के आकर्षण में बदलने के लिए जबरदस्त काम किया है।

भारत का स्वर्ग कहलाने वाले राज्य जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले के उरी सेक्टर में स्थित कमान पोस्ट तेजी से लोकप्रिय गंतव्य बनता जा रहा है। इसे कमान सेतु और शांति का पुल भी कहा जाता है। यह पोस्ट नियंत्रण रेखा पर पड़ती है।

दरअसल भारतीय सेना ने यहां एक कैफेटेरिया से लेकर एलओसी (पाकिस्तान तक) ट्रेडिंग लाइन के जरिए कमान पोस्ट को पुनर्जीवित करके जगह को पर्यटकों के आकर्षण में बदलने के लिए जबरदस्त काम किया है। रिपोर्ट्स की माने तो कमान पोस्ट कोयंग टूरिस्ट और पोस्ट पर आने वाले स्टूडेंट विजिटर्स द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है। खूबसूरती देखने के अलावा यहां आपको भारतीय सेना के जवान भी मिलते हैं जो नियंत्रण रेखा, कमान पोस्ट के महत्व और सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रीय इतिहास के बारे में शिक्षित करते हैं।

यदि आप अभी पोस्ट पर जाते हैंतो आप एक नवीनीकृत स्थान देखेंगे। एक ऐसा स्थान जो आगंतुकों का स्वागत करता है और जिसे आप देखना और अनुभव करना पसंद करेंगे। यह आमतौर पर कहा जाता है कि जो कोई भी इस जगह का दौरा करता है, वह भारत-पाकिस्तान संबंधों के इतिहास में गहराई से जाने बिना नहीं रह सकता है। यहां तत्कालीन राज्यों व उनके शासकों और भारतीय बहादुर सैनिकों के बलिदान की कई कहानियां इस स्थान से जुड़ी हुई हैं। इस पोस्ट पर जाने वाले भारतीय पर्यटकों के जहन में देशभक्ति खुद-ब-खुद जाग जाती है।

भारतीय सेना द्वारा बनाया गया कैफेटेरिया Photo : Twitter@pspathania2333 

जो भी यहां से लौटते हैं उनमें अधिकांश आगंतुक खुशी से बताते हैं कि सेना के जवानों के साथ बातचीत ने उनकी यात्रा को और भी खास बना दिया। कमान पोस्ट को पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना द्वारा किए गए सभी प्रयासों की प्रशंसा जितनी की जाए कम है।

आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LOC) पर संघर्ष विराम समझौते के बाद आई शांति के बाद भारतीय सेना ने कमान पोस्ट को पर्यटकों के लिए खोला है। कमान पोस्ट या कमान सेतु एक पुल है जो भारत को पाकिस्तान से जोड़ता है। इसे ऐतिहासिक क्रॉस-एलओसी कारवां-ए-अमन बस सेवा के लिए खोला गया था। यह पुल दोनों देशों के विभाजित परिवारों को आपस में जोड़ता था और शांति का प्रतीक बन गया था। अब भारतीय सेना ने इसे घाटी में आने वाले पर्यटकों के लिए खोल दिया है।

कमान पोस्ट के खुलने से स्थानीयों को काफी लाभ हुआ है। इलाके में भारतीय सेना होमस्टे और गेस्ट हाउस भी खोले गए हैं। यहां शत्रुओं से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों की प्रतिमाएं भी लगाई गई हैं जिसे 'वीर पथ' कहा जाता है। मकसद युवा पीढ़ी को प्रेरित करना है।

Comments

Latest