फोर्ब्स 30 अंडर 30 सूची में उत्तरी अमेरिका में भारतीय और दक्षिण एशियाई मूल के 70 से अधिक युवा चेंजमेकर्स शामिल किये गये हैं। फोर्ब्स पत्रिका के वार्षिक संकलन में शामिल और भारत से ताल्लुक रखने वाले ऐसे ही कुछ युवाओं की जानकारी हम यहां साझा कर रहे हैं।

फोर्ब्स पत्रिका के वार्षिक संकलन की इस सूची में उन युवाओं को शामिल किया जाता है जो मनोरंजन, फिल्म, फैशन, उद्योग, समाज और खेल सहित 20 उद्योगों के क्षेत्र में कुछ ऐसा कर रहे हैं जो न केवल प्रेरक है बल्कि वह ऐसा भी है जिससे समाज और उस क्षेत्र विशेष में बदलाव की राहें निकलती हैँ।
नेटफ्लिक्स के 'नेवर हैव आई एवर' की ब्रेकआउट स्टार 21 वर्षीय मैत्रेयी रामकृष्णन उत्तरी अमेरिका में भारतीय और दक्षिण एशियाई मूल के 70 से अधिक युवा चेंजमेकर्स में से एक हैं जिन्होंने इस साल फोर्ब्स पत्रिका की '30 अंडर 30' सूची में जगह बनाई है।
हॉलीवुड और मनोरंजन अनुभाग में रामकृष्णन के साथ बैकड्रॉप की सह-संस्थापक आकांक्षा सिंह (28) भी शामिल हैं जो मनोरंजन जगत में नवीनतम तकनीकों को लाने वाला एक स्टार्टअप हैं। फोर्ब्स ने कहा- हालांकि आकांक्षा ग्रामीण भारत में बिजली या कंप्यूटर के अभाव जैसी स्थितियों में पली-बढ़ीं लेकिन ये हालात भी इन्हे मिशिगन विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में डिग्री हासिल करने और माइक्रोसॉफ्ट में काम करने से नहीं रोक सके।
रू बाय रूपल की संस्थापक रूपल बनर्जी (25) आर्ट एंड स्टाइल की दुनिया से अकेली भारतीय-अमेरिकी हैं। फोर्ब्स ने कहा कि बनर्जी का फैशन ब्रांड आधुनिक स्ट्रीटवियर शैलियों के साथ डिजाइनर की दक्षिण एशियाई संस्कृति के पहलुओं को शामिल करता है जिसे लिल नैस एक्स, केहलानी, जॉर्डन वुड्स और काली उचिस ने पहना है। रूपल एचबीओ मैक्स की 'द हाइप' स्ट्रीटवियर शो में भी एक प्रतियोगी थीं।