भारत स्थित दक्षिण भाषी राज्य तमिलनाडु के पूर्व सीएम ओ पनीरसेलवम श्रीलंका सरकार से खासे नाराज हैं। विपक्षी पार्टी एआईएडीएमके के को-ऑर्डिनेटर पनीरसेल्वम की नाराजगी तब फूटी जब श्रीलंका सरकार ने भारतीय मछुआरों से जब्त की गई 105 नावों की नीलामी का फैसला किया। इन नावों को श्रीलंकाई नौसैनिकों द्वारा जब्त किया गया था।

उधर, श्रीलंका सरकार पर गुस्साए पनीरसेल्वम ने नावों की नीलामी को भारत का अपमान करार देते हुए कहा कि नाविक पहले से ही कोविड-19 के कारण आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं और उन्हें श्रीलंकाई नौसैनिकों द्वारा पकड़े जाने के खतरे का भी सामना करना पड़ता है। पनीरसेल्वम ने कहा कि उन नावों को कुछ समय पहले पकड़ा गया था। उनका रखरखाव भी नहीं किया गया। श्रीलंका की सरकार ने उन्हें कबाड़ बताकर नीलाम करने का फैसला किया गया है। पनीरसेल्वम ने अपने बयान में कहा कि उन नावों को काफी कम कीमत में बेचा जा रहा है जबकि भारतीय मछुआरों को यह उम्मीद थी कि वे उन्हें कभी-न-कभी वापस मिल जाएंगे।