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‘ऑपरेशन कावेरी’ में भारत ने अपनों समेत 'पड़ोसियों' को भी बाहर निकाला

ऑपरेशन कावेरी के जरिए 8 दिनों के दौरान 3195 भारतीयों को निकाला जा चुका है। भारतीय नौसेना और वायुसेना ने श्रीलंकाई, नेपाली और बांग्लादेशी नागरिक भी न केवल सुरक्षित निकाले बल्कि आम भारतीयों की तरह उन्हें जरूरी सुविधाएं भी मुहैया कराईं।

युद्धग्रस्त देश सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया ऑपरेशन कावेरी सफल रहा। 25 अप्रैल से शुरू किए गए इस ऑपरेशन कावेरी में 3 मई तक 3195 भारतीयों को सफलतापूर्वक सुरक्षित निकाला जा चुका है। 8 दिनों तक चले इस ऑपरेशन में भारत के 5 भारतीय नौसेना के जहाजों और 13 भारतीय वायु सेना के विमानों का उपयोग किया गया है।

सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजों और भारतीय वायु सेना के विमानों को तेजी से तैनात किया गया।

किस तरह शुरू हुआ ये ऑपरेशन

गत 15 अप्रैल को अफ्रीकी देश सूडान में संघर्ष शुरू हुआ था। इसे देख भारत सरकार ने भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए 'ऑपरेशन कावेरी' को अंजाम देने का फैसला किया। सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजों और भारतीय वायु सेना के विमानों को तेजी से तैनात किया। वहीं सूडान में मौजूद भारतीय दूतावास ने 23 अप्रैल 2023 को खार्तूम से पोर्ट सूडान के लिए 6 बसों की व्यवस्था की। खार्तूम से पोर्ट सूडान 850 किलोमीटर की दूरी पर है।

भारतीय दूतावास ने भारतीयों को एकत्रित करने के लिए कोम्बोनी स्कूल में एक केंद्र स्थापित किया।

कोम्बोनी स्कूल में पढ़ाने वाली भारतीय महिलाओं और पोर्ट सूडान स्थित भारतीय समुदाय के सदस्यों की मदद से ये बसें दूतावास को उपलब्ध हो पाईं। इसके बाद भारतीय दूतावास ने भारतीयों को एकत्रित करने के लिए कोम्बोनी स्कूल में एक केंद्र स्थापित किया और हवाई और समुद्री मार्ग से भारतीयों को निकालने में मदद की।

 भारत के दूतावास ने सूडान के विभिन्न हिस्सों से पोर्ट सूडान तक पहुंचने के लिए 62 बसों को जुटाया था।

25 अप्रैल को भारतीय नौसेना के INS सुमेधा में भारतीयों के पहले जत्थे को निकाला गया। भारत के विदेश मंत्रालय की टीम ऑपरेशन को गति देने के लिए 25 अप्रैल को ही INS तेग पर पोर्ट सूडान पहुंच गई थी।

3195 भारतीयों को निकालने के साथ-साथ भारतीय नौसेना और वायुसेना ने भारत के पड़ोसी देशों के नागरिकों को भी निकालने में मदद की।

निकाले गए 3195 भारतीय

सूडान स्थित भारतीय दूतावास द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ऑपरेशन कावेरी के जरिए 8 दिनों के दौरान 3195 भारतीयों को निकाला जा चुका है। भारत के दूतावास ने सूडान के विभिन्न हिस्सों से पोर्ट सूडान तक पहुंचने के लिए 62 बसों को जुटाया था और आम जरूरी सुविधाएं भी मुहैया कराई थीं। भारतीय दूतावास ने दक्षिण सूडान, मिस्र, चाड और जिबूती में भारतीयों की आवाजाही को सुगम बनाने का भी काम किया था।

पड़ोसी देशों की भी भारत ने की मदद

सूडान स्थित भारत दूतावास ने बताया कि 3195 भारतीयों को निकालने के साथ-साथ भारतीय नौसेना और वायुसेना ने भारत के पड़ोसी देशों के नागरिकों को भी निकालने में मदद की। इनमें श्रीलंकाई, नेपाली और बांग्लादेशी नागरिक थे जिन्हें न केवल सुरक्षित निकाला बल्कि आम भारतीयों की तरह उन्हें जरूरी सुविधाएं भी मुहैया कराईं।

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