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कनाडाई NSA के बयान पर जयशंकर बोले, 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे'

कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जॉडी थॉमस ने भारत पर आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए कहा था कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत अब रूस, चीन और ईरान जैसे देशों की लीग में आ गया है।

कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) द्वारा भारत पर आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के आरोप का आज भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने करारा जवाब दिया है। जयशंकर ने कनाडा की एनएसए के बयान पर कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।

गुरुवार मीडिया ब्रीफिंग के दौरान एक पत्रकार के कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जॉडी थॉमस के आरोप के सवाल पर जयशंकर ने कहा कि मेरे दिमाग में एक मुहावरा आ रहा है वो है ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’। उन्होंने कहा कि अगर किसी को शिकायत होनी चाहिए तो वो हम हैं। शिकायत तो हमें होनी चाहिए कि कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों और उनकी हिंसा को प्रशासन द्वारा खुली छूट दी जा रही है। मुझे तो उनके बयान पर हैरानी हो रही है।

आपको बता दें कि जॉडी थॉमस ने भारत पर आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए कहा था कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत अब रूस, चीन और ईरान जैसे देशों की लीग में आ गया है। उन्होंने कहा कि जब मैं विदेशी हस्तक्षेप और आर्थिक सुरक्षा के बारे में बात करती हूं तो मैं कई देशों की सक्रिय भूमिका और राज्य समर्थित कई छिपी हुई शक्तियों की बात कर रही हूं। इसमें रूस, ईरान, चीन और भारत शामिल हैं।

हालांकि थॉमस के इस बयान को जानकार कनाडा की स्थानीय राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। खालिस्तान समर्थक टिप्पणियों के लिए पहचाने जाने वाले जगमीत सिंह के नेतृत्व वाली कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) लंबे समय से भारत पर कनाडा के मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाती रही है। उन्होंने सरकार को तथाकथित मानवाधिकार चिंताओं पर भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने की सलाह भी दी थी। इस साल मार्च में जगमीत ने भारत के आंतरिक मामलों में दखल देते हुए खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ भारत की कार्रवाइयों की आलोचना की थी। इसके लिए सोशल मीडिया पर उनकी निंदा भी की गई थी।

गौरलतब है कि साल 2020 में जस्टिन ट्रूडो प्रशासन ने भारत में उस वक्त चल रहे किसान आंदोलन के पक्ष में बयानबाजी की थी। इसके बाद भारत ने आंतरिक मामलों में दखल देने का आरोप लगाया था। कनाडाई पीएम ने भारत में किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा था कि कनाडा हमेशा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अधिकारों की रक्षा की बात करता रहेगा। उस समय भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्रूडो की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई थी और कहा था कि भारत कोई ऐसा वैसा देश नहीं है कि कोई कुछ भी कह सके। राजनाथ सिंह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि भारत को किसी बाहरी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। हम खुद ही मुद्दों को सुलझा लेंगे।

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