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घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को नारिका ने दिया सुरक्षित घर का सहारा

नारिका की कार्यकारी निदेशक शैलजा दीक्षित ने बताया कि नरिका होम में घरेलू हिंसा से बचाई गई महिलाओं और उनके बच्चों को सांस्कृतिक परिवेश युक्त आवास तो मिलेगा ही, साथ ही डर और दहशत से भी निजात मिलेगी।

अमेरिका में घरेलू हिंसा विरोधी संगठन नरिका ने अपनी पहली ट्रांजिशनल हाउसिंग फैसिलिटी की शुरुआत की है। इसी के साथ पहले परिवार के रूप में एक महिला और उनके तीन बच्चों को स्वीकार किया है जो अपने घर में अपमानजनक हालात का सामना कर थे।

कैलिफ़ोर्निया के अलामेडा काउंटी में स्थित इस सुविधा केंद्र में 2 बेडरूम और 2 बाथरूम है। इसमें दो महिलाओं और उनके बच्चों को रखा जा सकता है। दुर्व्यवहार करने वालों से इन परिवारों को बचाने के लिए स्थान का खुलासा नहीं किया गया है।

नारिका की कार्यकारी निदेशक शैलजा दीक्षित ने न्यू इंडिया अब्रॉड को बताया कि नरिका का संक्रमणकालीन घर घरेलू हिंसा से बचाई गई महिलाओं और उनके बच्चों को एक ऐसा आवास प्रदान करेगा, जहां उन्हें सांस्कृतिक परिवेश तो मिलेगा ही साथ ही डर और दहशत से भी निजात मिलेगी। इससे उन्हें नया जीवन शुरू करने में काफी मदद मिलेगी।

प्रतीकात्मक पिक्चर। 

उन्होंने कहा कि नारिका में महिलाओं-बच्चों को रहने-खाने की सुविधा के अलावा मानसिक स्वास्थ्य संवारने, चिकित्सा सुविधाएं, नौकरी प्रशिक्षण और आर्थिक संसाधनों भी प्रदान किए जाएंगे ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।

शैलजा ने बताया कि यदि जरूरत होगी तो परिवार 9 महीने या उससे अधिक समय तक यहां रह सकेंगे। इस परियोजना की लागत सालाना लगभग 150,000 डॉलर होने की संभावना है। नारिका को इंडियन्स फॉर कलेक्टिव एक्शन और बड़ी संख्या में दानदाताओं से समर्थन मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि नारिका 30 साल से पूरी लगन से समुदाय की सेवा कर रहा है। अपने पहले ट्रांजिशनल होम के जरिए हम पीड़ित महिलाओं और बच्चों को सांस्कृतिक परिवेश में अच्छा आवास प्रदान कर रहे हैं। इसमें दानदाताओं और समर्थकों का काफी योगदान है।

उनका कहना है कि समुदाय में घरेलू हिंसा को रोकने के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। इस वजह से हम सोच-समझकर इस तरह के सहयोगी कार्यक्रमों में निवेश कर रहे हैं। मैं इसे कमजोर लोगों के लिए समानता, देखभाल और सशक्तिकरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखती हूं।

नारिका बोर्ड की सदस्य नूना शंकरन ने न्यू इंडिया अब्रॉड को बताया कि यह नरिका के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। कई संक्रमणकालीन आवास सुविधाओं में से पहली है जिसे हम खोलने की उम्मीद करते हैं। उन्होंने बताया कि एक नारिका समर्थक के सौजन्य से इस घर पूरी तरह से सुसज्जित किया गया है।

गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के दौरान घरेलू हिंसा की घटनाओं में नाटकीय बढ़ोतरी हुई थी। दुर्व्यवहार का सामना करने वाली महिलाओं को बाहरी मदद मिलना भी बंद हो गई थी। उन्हें दुर्व्यवहार करने वालों के साथ ही पूरे दिन घर में रहने पर मजबूर होना पड़ा था। वे मदद के लिए कॉल भी नहीं कर सकती थीं। अदालत की मदद भी नहीं ले सकती थीं।

नेशनल कोएलिशन अगेंस्ट डोमेस्टिक वायलेंस के अनुसार, महामारी से पहले अमेरिका में तीन में से एक महिला घरेलू हिंसा का शिकार थी। शंकरन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि समाज में शारीरिक और भावनात्मक हिंसा कोई नई बात नहीं है। घरेलू हिंसा आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में ही होती है। यह सभी तरह के परिवारों में देखी जाती है।

घरेलू हिंसा से निपटने का एक प्रमुख तरीका है इसकी रोकथाम। कैलिफोर्निया में इसकी रोकथाम के लिए पहले धन आवंटित किया गया था लेकिन पिछले दो वर्षों से गवर्नर गेविन न्यूसम ने इसे बजट से बाहर कर रखा है। घरेलू हिंसा को समाप्त करने के लिए कैलिफोर्निया पार्टनरशिप के नेतृत्व में कई संगठनों ने गवर्नर से 15 मिलियन डॉलर का फंड फिर से आवंटित करने का आग्रह किया है।

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