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सर्वे से हुआ खुलासा, भारत से तनाव नहीं चाहते हैं कनाडा के नागरिक

दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास तब आई जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले महीने निज्जर की हत्या में भारत की कथित भूमिका होने का आरोप लगाया। हालांकि भारत ने इन आरोपों को 'बेतुका' और बकवास बताया।

Photo by Eugene Aikimov / Unsplash

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो की खालिस्तानी तत्वों को लेकर सोच चाहे जैसी हो। लेकिन कनाडा के 50 प्रतिशत से अधिक लोग चाहते हैं कि उनका देश खालिस्तानी कट्टरपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत के साथ तनाव कम करे और कूटनीतिक बातचीत करे। सीटीवी न्यूज की ओर से कराए गए एक रिसर्च पोल से पता चला है कि 57 प्रतिशत कनाडाई चाहते हैं कि देश तनाव कम करे। कुछ दिन पहले भी हुए एक सर्वे में पता चला था कि प्रधानमंत्री के तौर पर कनाडा के लोगों की पहली पसंद जस्टिन ट्रूडो नहीं हैं।

दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास तब आई जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले महीने निज्जर की हत्या में भारत की कथित भूमिका होने का आरोप लगाया। हालांकि भारत ने इन आरोपों को 'बेतुका' और बकवास बताया। वहीं कनाडा के लोगों का भी मानना है कि पीएम ट्रूडो बिना कोई सबूत दिए वह सीधे तौर पर भारत पर आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कराने का गंभीर आरोप लगा रहे हैं।

पोल में शामिल चार लोगों में से लगभग एक ने कहा कि वे चाहते हैं कि कनाडा आरोपों की आगे जांच करे, और 10 में से एक (11%) ने कहा कि वे चाहते हैं कि कनाडा 'धैर्य रखे' और अभी के लिए कुछ भी नहीं करे। सर्वेक्षण से पता चला है कि करीब 8 से 10% लोग प्रधानमंत्री ट्रूडो पर भरोसा नहीं करते हैं। 55 वर्ष से अधिक आयु के 79 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने 18-34 वर्ष आयु वर्ग के युवा कनाडाई (69%) की तुलना में प्रधानमंत्री ट्रूडो के बयान पर कुछ हद तक विश्वास करने की संभावना व्यक्त की है।

गौरतलब है कि फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने राजनयिक विवाद को सुलझाने के लिए पिछले महीने वाशिंगटन में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ एक गुप्त बैठक की थी। बता दें कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख निज्जर आतंकवादी गतिविधियों से संबंध रखने और कनाडा में खालिस्तान जनमत संग्रह की अगुवाई करने के लिए भारत में वांछित था।

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