भारत सरकार ने संसद में बताया है कि इस साल एक लाख से अधिक लोग भारत की नागरिकता छोड़ चुके हैं। नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ये भी बताया कि कितने विदेशियों ने पिछले वर्षों में भारत की नागरिकता स्वीकार की है। मंत्री ने भी जानकारी दी कि भारत से कितने लोगों ने कहां-कहां की नागरिकता प्राप्त की।
केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन में एक सवाल के जवाब में लोकसभा को सूचित किया कि साल 2022 में जनवरी से लेकर अक्टूबर के बीच एक लाख से अधिक लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार साल 2015 में 1 लाख 31 हजार 489, साल 2016 में 1 लाख 41 हजार 603, साल 2017 में 1 लाख 33 हजार 49, साल 2018 में 1 लाख 34 हजार 561 लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी थी।