अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय गायिका मैरी मिलबेन ने 15 अगस्त, 2023 को भारत के 77 वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाते हुए सोमवार को एक विशेष संदेश साझा किया। मिलबेन ने इस मौके पर भारतीयों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस राष्ट्र को सदियों की विविध संस्कृतियों एवं परंपराओं ने आकार दिया है और यह स्वतंत्रता के बैनर तले एकजुटता से खड़ा है।
भारतीयों को भाई और बहन का संबोधन करते हुए मिलबेन ने कहा कि जैसा कि आप एक और स्वतंत्रता दिवस के मुहाने पर खड़े हैं, आइए हम उस असाधारण यात्रा पर विचार करें जो आपको यहां लाई है। इस ऐतिहासिक अवसर पर आप सिर्फ एक तारीख का स्मरण नहीं कर रहे हैं, आप उस अथक भावना, अटूट दृढ़ संकल्प और अटूट आशा का सम्मान कर रहे हैं जिसने एक राष्ट्र को जन्म दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत एक राष्ट्र और सभ्यता जिसे सदियों की विविध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं द्वारा आकार दिया गया है, आज स्वतंत्रता के बैनर तले एकजुट है। अनगिनत बलिदानों का सामना करने वाले आपके पूर्वजों ने एक ऐसी भूमि का सपना देखा था, जहां हर नागरिक स्वतंत्रता की हवा में सांस ले और प्रगति के पथ पर चले। उनका विजन आपकी विरासत बन गया है।
यह दिन आपको याद दिलाता है कि स्वतंत्रता की भावना सिर्फ एक यादें नहीं है। यह एक मशाल है जो आपको आगे रास्ता दिखाती रहती है। यह आपको विविधता में एकता को गले लगाने, एकजुटता की शक्ति का जश्न मनाने और आप में से प्रत्येक के भीतर निहित क्षमता का उपयोग करने का आह्वान करता है। आप अपना तिरंगा झंडा फहराते हैं। इसका भगवा रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है। सफेद शांति और सच्चाई और इसका हरा रंग विकास का प्रतीक है। लेकिन ध्वज के मध्य में अंकित उस अशोक चक्र को नहीं भूलना चाहिए, जो प्रगति का प्रतीक है। यह आपको याद दिलाता है कि आपके राष्ट्र का भाग्य आपके हाथों में है।
उन्होंने कहा कि आज आप नए क्षितिज के शिखर पर खड़े हैं। आपकी चुनौतियां कई हो सकती हैं, लेकिन आपकी क्षमताएं भी अपार हैं। अपनी सीमाओं को पार करने की क्षमता को गले लगाओ, प्रधानमंत्री मोदी और महामहिम राष्ट्रपति मुर्मू जैसे दूरदर्शी नेताओं की उल्लेखनीय विरासत से प्रेरणा लें, जो महानता का मार्ग रोशन करते हैं।
मिलबेन ने अपने संदेश में कहा कि आने वाला भविष्य उन लोगों का है जो अपनी परिस्थितियों से परे सपने देखने की हिम्मत करते हैं। जो एक बेहतर दुनिया को आकार देने की अपनी क्षमता में विश्वास करते हैं। इस यात्रा में आप में से हर एक की भूमिका है। चाहे वह विज्ञान, कला, व्यवसाय, शासन, खेती या युद्ध के मैदान हो, आपके कार्य समय के साथ गूंजते हैं, जो आपके राष्ट्र पर एक अमिट छाप छोड़ते हैं।
बता दें कि मिलबेन (41) ने 23 जून को वाशिंगटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत से आए मेहमानों के सामने प्रस्तुति दी थी। इस दौरान 'जन गण मन' गाने के बाद उन्होंने पीएम मोदी का अभिवादन किया और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। मिलबेन भारत में पहली बार तब लाइमलाइट में आईं, जब उन्होंने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वर्चुअली भारत का राष्ट्रगान गाया था। इसके बाद उन्होंने साल 2020 में दिवाली के दौरान 'ओम जय जगदीश हरे' गाते हुए अपना एक सिंगल वीडियो जारी किया था।