भारत स्थित पंजाब राज्य के चार और दिल्ली के एक अध्यापक को मालती ज्ञानपीठ पुरस्कार, 2023 देने की घोषणा की गई है। विजेताओं का चयन भौतिकी, रसायन, गणित, अंग्रेजी और सामाजिक अध्ययन विषयों से किया गया है। मालती ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 2013 से उन अध्यापकों को दिया जा रहा है जो नवाचार के साथ बेहतर अध्यापन सेवाएं दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार 29 मई को दिल्ली में एक समारोह के दौरान केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और लोकसभा सांसद मेनका गांधी पुरस्कार वितरण करेंगे।
चयन प्रक्रिया से पहले आवेदन आमंत्रित किये गये थे। पहले दौर में आए आवेदनों में से 23 शिक्षकों का चयन किया गया और फिर लिखित परीक्षा, विषय के विशेषज्ञों के साथ इंटरव्यू और अंत नें पीएचडी हाउस में अंतिम इंटरव्यू के बाद इस साल के लिए विजेताओं का चयन किया गया।
इस साल के विजेताओँ में जीएसएस स्मार्ट स्कूल, लुधियाना की रोमानी आहुजा और हरप्रीत कौर, संगरूर जिले के जीएसएस स्कूल के राकेश कुमार, संगरूर के ही हाई स्कूल के मंजीत सिंह और जैन भारती मृगावती विद्यालय, दिल्ली के सोमदत्त भट्टाचार्य शामिल हैं। हरेक विजेता को पुरस्कार स्वरूप प्रशस्ति पत्र, सम्मान और एक लाख रुपये दिये जाएंगे। सम्मान समारोह 29 मई को दिल्ली में होगा।
पुरस्कारों की घोषणा के बाद एमएमएम फाउंडेशन के अध्यक्ष मनोज सिंघल ने कहा कि मालती ज्ञानपीठ पुरस्कार की स्थापना प्रख्यात शिक्षाविद और महिला सशक्तीकरण की मुखर पैरोकार रहीं स्व. श्रीमती मालती मोहिंदर सिंह सिंघले की स्मृति और उनके योगदान को याद करने के लिए वर्ष 2013 में की गई थी। इसी क्रम में वर्ष 2013 से अब तक 80 अध्यापकों को सम्मानित किया जा चुका है। फाउंडेशन की योजना है कि अब इस पुरस्कार के दायरे में देश भर के सरकारी स्कूलों को लाया जाए।
मालती ज्ञानपीठ पुरस्कार एमएमएम फाउंडेशन की ओर से दिया जाता है। एमएमएम फाउंडेशन एक गैर सहायता प्राप्त गैर सरकारी संगठन है जिसकी स्थापना मनोज सिंघल ने की। श्री सिंघल एमएम ऑटो ग्रुप के सीएमडी हैं जिन्होंने अपनी मां की स्मृति और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान की पहचान के लिए पुरस्कार की शुरुआत की है।
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