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म्यांमार में साइबर अपराध के लिए मजबूर करीब 300 भारतीय, सरकार से गुहार

ये लोग म्यांमार के म्यावाडी इलाके में बंधक हैं। यह इलाका म्यांमार सरकार के नियंत्रण में नहीं है। इस इलाके पर सशस्त्र जातीय गुटों का कब्जा है। जिन लोगों ने किसी तरह अपने परिजनों को संदेश भेजा है उनमें अगवा करने वालों को मलेशियन-चाइनीज बताया गया है।

साइबर अपराध के लिए भी बंधक बनाया जाता है! यह सुनने में लगता तो अजीब है लेकिन अपराध की दुनिया का यह नया चलन है। कई सूत्रों ने इस बात की तस्दीक की है कि तमिलनाडु के कम से कम 60 सहित भारत के 300 से ज्यादा लोगों को म्यांमार के एक गिरोह ने साइबर अपराध कराने के लिए बंधक बनाया हुआ है। इस गिरोह के शिकंजे में दूसरे देशों के लोग भी हैं।

मामले का खुलासा तब हुआ जब कुछ तमिल लोगों ने तमिलनाडु और केंद्र सरकार को उन्हे बचाने के लिए संदेश भेजा।

ये लोग म्यांमार के म्यावाडी इलाके में बंधक हैं। यह इलाका म्यांमार सरकार के नियंत्रण में नहीं है। इस इलाके पर सशस्त्र जातीय गुटों का कब्जा है। जिन लोगों ने किसी तरह अपने परिजनों को संदेश भेजा है, उनमें अगवा करने वालों को मलेशियन-चाइनीज बताया गया है।

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