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भारत के मित्र देशों को दुश्मन बनाते खालिस्तानी, अमेरिका का नाम क्यों आया

बताते हैं कि भारत के खिलाफ खालिस्तान समर्थकों की यह बैठक इसी महीने वाशिंगटन में हुई थी। इस बैठक में 14 देशों के 40 खालिस्तान हिमायतियों ने हिस्सा लिया था और यह तय किया गया कि भारत विरोधी और खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को कई देशों में बढ़ाया जाएगा।

खालिस्तानियों ने भारत के खिलाफ बड़ी साजिश की है। Image : NIA

भारत और कनाडा के संबंधों में जहर घोलने के साथ ही खालिस्तान समर्थक भारत के मित्र देशों को दुश्मन बनाने की साजिश को भी अंजाम देने में जुटे हैं। खबर है कि क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान भारत पर आतंकी हमले की धमकी का वीडियो जारी करने वाले 'सिख फॉर जस्टिस' के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इसी महीने अमेरिका में भारत के खिलाफ एक बड़ी साजिश रची है।

अभी जारी है संबंधों में खटास। Image : NIA

बताते हैं कि भारत के खिलाफ खालिस्तान समर्थकों की यह बैठक इसी महीने वाशिंगटन में हुई थी। इस बैठक में 14 देशों के 40 खालिस्तान हिमायतियों ने हिस्सा लिया था और यह तय किया गया कि भारत विरोधी और खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को कई देशों में बढ़ाया जाएगा।

एक तरफ जहां भारत और कनाडा के संबंध सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं तो दूसरी ओर भारत और अमेरिका के रिश्ते सबसे मजबूत स्थिति में हैं। अमेरिका ने भी बार-बार यह बात कही है और वैश्विक मंचों से जताई है कि भारत उसका कितना अहम साझेदार है। ऐसे में अमेरिका की धरती का भारत के खिलाफ दुरुपयोग असहज स्थितियां पैदा करने वाला साबित हो सकता है। इसलिए कि देश विरोधी गतिविधियों पर बड़ा एक्शन लेने का ऐलान भारत कुछ दिन पहले कर चुका है।

दूसरी ओर भारत सरकार ने पिछले दिनों अमेरिका और ब्रिटेन के मिशनों पर हुए हिंसक खालिस्तानी प्रदर्शनों और कनाडा में निकाले गये भारत विरोधी जुलूस के बाद से भारत विरोधी इन ताकतों पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। संभवतः इससे खालिस्तानी बौखलाए हुए हैं। इसीलिए भारत विरोधी और भारत की छवि को धूमिल करने वाली खालिस्तानी गतिविधियों में तेजी आई है।

G20 शिखर सम्मेलन से पहले खालिस्तानियों ने दिल्ली मेट्रो स्टेशन के बाहर नारे लिखवाये और अब एक बार फिर भारत की राजधानी में उसी तरह की हरकत की गई है। भारत विरोधी ये तमाम गतिविधियां इसीलिए तेज हुई हैं क्योंकि भारत सरकार ने अब विदेशी धरती पर जाकर खालिस्तानियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है।

गौरतलब है कि अभी खालिस्तानियों की भारत विरोधी गतिविधियां अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा जैसे देशों में ही उजागर हैं। अगर खालिस्तानियों की हरकतों का विस्तार अन्य देशों तक होता है और दूसरे देशों की धरती भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल की जाती है तो भारत उसपर सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त करेगा।

अमेरिका, ब्रिटेन और खास तौर से कनाडा में हाल की खालिस्तानी गतिविधियों के बाद भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर साफ कर चुके हैं कि अगर इन हरकतों पर काबू नहीं किया गया तो भारत वड़ा एक्शन लेगा।

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