भारत ही नहीं, अमेरिका में भी दिवाली की धूम है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अपने आवास पर दिवाली समारोह का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि रोशनी का ये त्योहार मनाना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इस वक्त इस्राइल-हमास युद्ध के कारण दुनिया में छाए अंधेरे को दूर करना है।
भारतीय मूल की कमला हैरिस ने कहा कि दिवाली का त्योहार असत्य पर सत्य की जीत और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। इस बार हम ऐसे समय में दिवाली मना रहे हैं, जब दुनिया में काफी कुछ हो रहा है। निश्चित रूप से कठिन समय चल रहा है। हम कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। खासकर इस्राइल और गाजा से आने वाली खबरों को देखना बहुत ही दुखद है। हमारे लिए यह दिल तोड़ने वाला है।
कमला ने आगे कहा कि मैं बस यह कहना चाहती हूं कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और मैं इस्राइल द्वारा अपनी रक्षा करने के अधिकार का समर्थन रहे हैं। हम गाजा में लोगों की मानवीय जरूरतों में मदद का भी समर्थन करते हैं। हमारा मानना है कि यह बहुत जरूरी है कि हम हमास और फलस्तीनी में अंतर समझें।
कमला हैरिस ने कहा कि यह बेहद अहम है कि हम अमेरिकी बंधकों को घर वापस लेकर लाएं और क्षेत्र में तनाव को बढ़ने से रोकें। इसलिए ये महत्वपूर्ण है कि हम दिवाली जैसा त्योहार मनाएं जो अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाने के बारे में है, जो सच बोलने के बारे में है।
उपराष्ट्रपति हैरिस ने कहा कि मैं फलस्तीनी लोगों से भी कहना चाहूंगी और मैंने पहले भी यह कई बार कहा है कि उनके पास गरिमा के साथ जीने का एक अवसर है, उनके पास आत्मनिर्णय करने का अधिकार है। हम इसका भी समर्थन करना जारी रखेंगे।
दिवाली समारोह में 300 से ज्यादा अतिथि शामिल हुए। हालांकि इस बार कमला हैरिस ने दिवाली समारोह में भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना, श्रीथानेदार, राजा कृष्णमूर्ति और प्रमिला जयपाल को छोड़कर आमंत्रित अतिथियों से बातचीत नहीं की।
इस दौरान समुदाय के नेता अजय जैन भूटोरिया ने कहा कि यह आयोजन एकता की भावना का सुंदर उदाहरण है, जो प्रतिकूल परिस्थितियों में सद्भाव और करुणा के महत्व को उजागर करता है। आइए हम जैन धर्म के उस सिद्धांत को अपनाएं, जिसमें कहा गया है कि 'शांति से रहें और दूसरों को भी शांति से जीने दें।