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विश्व धर्म संसद में शामिल होंगे जैन धर्मगुरु आचार्य लोकेशजी

इसी विश्व धर्म संसद में सन 1893 में भाग लेते हुए स्वामी विवेकानंद जी ने पूरे विश्व के आध्यात्मिक जगत पर विशिष्ट छाप छोड़ी थी। उस समय भी जैन धर्म की ओर से वीरचंद राघवजी गांधी ने भाग लिया था।

शिकागो में आयोजित हो रहे विश्व धर्म संसद में भारत से प्रख्यात जैन धर्मगुरु आचार्य लोकेशजी को उद्घाटन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है। 14 से 18 अगस्त के बीच शिकागो में आयोजित होने वाली विश्व धर्म संसद में 80 देशों से दस हजार प्रतिनिधि भाग लेंगे।

उल्लेखनीय है कि इसी विश्व धर्म संसद में सन 1893 में भाग लेते हुए स्वामी विवेकानंद जी ने पूरे विश्व के आध्यात्मिक जगत पर विशिष्ट छाप छोड़ी थी। उस समय भी जैन धर्म की ओर से वीरचंद राघवजी गांधी ने भाग लिया था।

शिकागो की विश्व धर्म महासभा, 1893। Photo: Wikipedia

अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केन्द्र के संस्थापक जैन आचार्य लोकेशजी ने इस बात की पुष्टि की है और बताया कि विश्व धर्म संसद की ओर से उन्हें ईमेल प्राप्त हो चुका है जिसमें उन्हें उद्घाटन समारोह में वक्ता के अलावा प्लेनेरी हॉल में आयोजित अन्तर्धार्मिक सम्मेलन में भी बतौर वक्ता आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा वह दो और सत्रों में जलवायु परिवर्तन और विश्व शांति विषय पर भी संबोधित करेंगे।

मिली जानकारी के अनुसार अहिंसा विश्व भारती फाउंडेशन यूएसए के चेयरमैन अनिल मोंगा, विश्व शांति केन्द्र, भारत के चेयरमैन अभय कुमार और जैन सेंटर, शिकागो के प्रेसिडेंट दिलीप गांधी भी इस बात की पुष्टि की है कि जैन आचार्य लोकेशजी विश्व धर्म संसद में भाग लेने के लिए 12 अगस्त की शाम शिकागो पहुंच रहे हैं।

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