इटली के ओफेनेंगो में 16 साल से रह रहे 22 वर्षीय एक युवक गगनदीप सिंह को भारत की राजधानी नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआई) से गिरफ्तार किया गया है। वह जम्मू का मूल निवासी है। उस पर भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तस्वीर का वाट्सऐप प्रोफाइल में इस्तेमाल कर लोगों को ठगने और सीनियर अफसरों की मदद लेने का आरोप है।
गगनदीप ने भारत में 9वीं क्लास तक पढ़ाई की, उसके बाद 2007 में इटली चला गया। वहां पर उसने 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद एक कंपनी में मजदूर का काम किया। पुलिस का कहना है कि यू ट्यूब वीडियो देखकर उसे फोटो बदलकर धोखाधड़ी करने का आइडिया आया। इस काम को करने में उसके एक सहयोगी 29 वर्षीय अश्वनी कुमार ने मदद की। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अश्वनी ने ही फर्जी वाट्सऐप अकाउंट बनाने में वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) दिया था।
पुलिस उपायुक्त (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) प्रशांत गौतम ने कहा है कि आरोपी ने उप राष्ट्रपति का तस्वीर लगाकर फर्जी वाट्सऐप बनाने के बाद इंटरनेट के जरिए वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों का नंबर जुगाड़ किया। अकाउंट बनाने में उसने भारत के मोबाइल नंबर से ओटीपी जनरेट कर फेक अकाउंट बनाया। इसके बाद उसने सीनियर ब्यूरोक्रेसी की मदद लेने के लिए बड़े-बड़े सरकारी अधिकारियों को मेसेज भेजना शुरू किया।
गौतम ने कहा कि यह मामला प्रकाश में तब आया जब पुलिस तक इस धोखाधड़ी की बात पहुंची। इसके बाद केस दर्ज किया गया। इसके तुरंत बाद वाट्सऐप से उसकी प्रोफाइल खंगाली गई और इटली से मेसेज भेजने वाले के आईपी एड्रेस का पता लगाया गया। पुलिस की टीम ने तकनीकी आधार पर छानबीन की और छापे मारने की तैयारी की। इस दौरान पुलिस को पंजाब में सामना निवासी अश्वनी कुमार के बारे में पता चला जो इस मामले से जु़ड़ा हुआ था। उसी ने वाट्सऐप अकाउंट बनाने के लिए आरोपी को ओटीपी दिया था।
जांच के दौरान पुलिस को मुख्य अभियुक्त गगनदीप सिंह के बारे में पता चला, जो इटली में रह रहा था। पुलिस की टीम ने विदेशियों के क्षेत्रीय पंजीयन कार्यालय (एफआरआरओ), बैंक और क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से आरोपी की पूरी जानकारी खंगाली गई। पुलिस अधिकारी गौतम ने बताया कि आरोपी को इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट (आईजीआई) से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की टीम ने आरोपी के पास से पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जिसका इस्तेमाल वह धोखाधड़ी में इस्तेमाल करता था