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अमेरिका में 'भारतीयों' को प्री-स्कूल से ही झेलना पड़ता है भेदभाव, स्टडी में दावा

एक छात्र ने कहा कि मेरा अनुभव कहता है कि भारतीय-अमेरिकी शब्द का मतलब है कि आप दो दुनियाओं के बीच रहते हैं। जब मैं घर आता हूं तो भारतीय होता हूं लेकिन घर के बाहर अमेरिकी बनना पड़ता है। कुछ किशोरों ने बताया कि उन्हें कभी-कभी गुस्सा आता था कि उनके पास गोरी चमड़ी क्यों नहीं है।

Photo by Jason Leung / Unsplash

अमेरिका में युवा भारतीय अमेरिकियों को प्री-स्कूल से ही नस्लीय और जातीय भेदभाव का सामना करना पड़ता है। टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि दूसरी पीढ़ी के भारतीय अमेरिकी किशोर जब अपनी पहचान बना रहे होते हैं, उस दौरान उन्हें सबसे अधिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है।

इस अध्ययन में 12-17 वर्ष की आयु के बीच के नौ भारतीय-अमेरिकियों पर सर्वेक्षण किया गया। Photo by Priscilla Du Preez / Unsplash

अमेरिका में बसे दक्षिण एशियाई समुदाय में भारतीय अमेरिकियों की संख्या लगभग 35 लाख है। इस अध्ययन में 12-17 वर्ष की आयु के बीच के भारतीय-अमेरिकियों से स्कूल में साथियों के साथ अनुभवों के बारे में बात की गई। उन्होंने बताया कि किस तरह उन्हें भारतीय संस्कृति, भाषा या धर्म को लेकर भेदभावपूर्ण टिप्पणियों का सामना करना पड़ा।

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