कोविड का हाहाकार शांत होने के बाद दुनिया पटरी पर लौट रही है। पाबंदियां खत्म होते ही सीमाएं खुलीं और लोगों का दुनिया के इस छोर से उस छोर तक जाने का सिलसिला फिर शुरू हुआ। और इसी तरह फिर से शुरू हो गया विदेशी संस्थानों में पढ़ाई के लिए जाने का दस्तूर।
ऑस्ट्रेलिया इस साल बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की वापसी का स्वागत कर रहा है। कुछ लोगों को अनुमान है कि इस साल के लिए होने वाले दाखिले कोविड से पहले के वर्ष 2019 का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। लेकिन कोविड तो चला गया लेकिन अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए विदेशी धरती पर नया संकट खड़ा हो गया है।