भारतवंशी कनाडाई सांसद चंद्रा आर्या ने नवंबर को भारतीय विरासत माह घोषित करने की मांग करते हुए संसद में एक प्रस्ताव पेश किया है। आर्या नेपियन से सत्ताधारी लिबरल पार्टी के सांसद हैं। इस प्रस्ताव 14 सांसदों का समर्थन मिला है जो सत्तापक्षा और विपक्ष दोनों ही पार्टियों से ताल्लुक रखते हैं। आर्या की मांग पूरी करने से पहले प्रस्ताव पर संसद के दोनों सदनों हाउस ऑफ कॉमन्स और सीनेट में चर्चा और फिर उसे हरी झंडी मिलना जरूरी है।
मांग का यह रखा गया है आधार
सांसद आर्या की मांग है कि सरकार कनाडा के सामाजिक-आर्थिक विकास में हिंदू-कनाडाई लोगों के योगदान, उनके द्वारा की गई सेवा, समृद्ध हिंदू विरासत को स्वीकृति दे। उनकी यह दलील है कि आज कनाडा में चिकित्सक, वैज्ञानिक, इंजीनियर, वकील, व्यवसायी, कलाकार, शिक्षक, सरकारी अधिकारी और निर्वाचित नेताओं के रूप में कनाडा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
Speech in parliament to proclaim November as the Hindu Heritage Month across Canada - to recognize & celebrate our heritage and the important role Hindu-Canadians have played in the socio-economic development and cultural heritage of Canada.
— Chandra Arya (@AryaCanada) May 2, 2022
Text: pic.twitter.com/dHiIsF8VgV
संसद में अपने प्रस्ताव को रखते हुए आर्या ने कहा कि अगर हिंदू विरासत माह की घोषणा की जाती है तो इससे वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को हिंदू-कनाडाई नागिरकों और कनाडा में विभिन्न समुदायों में उनकी भूमिका को जानने व समझने में मदद मिलेगी। आर्या ने कहा कि हिंदू 100 साल पहले कनाडा आना शुरू हुए और अभी उनकी जनसंख्या यहां लगभग छह लाख है। ये हिंदू मुख्य रूप से भारत, श्रीलंका और नेपाल से आकर यहां बसे हैं। आर्या ने संसद में दिए गए अपने भाषण की कॉपी ट्वटिर पर साझा की है।
कनाडा में पहले से ही विरासत माह मनाने की अवधारणा रही है। मई में कनाडाई-यहूदी विरासत माह, अक्टूबर में कनाडाई-इस्लामिक ऐतिहासिक माह और अप्रैल में सिख विरासत माह मनाया जाता है। पिछले दिनों ओटावा शहर में अप्रैल को बांग्ला इतिहास माह घोषित किया गया था।
बता दें कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के विश्वासपात्र आर्य़ा का जन्म 1959 में भारत के हिंदू परिवार में हुआ था। इंजीनियरिंग और एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने कई वर्षों तक हाई-टेक सेक्टर में काम किया था। आर्य़ा 2018 में उस वक्त चर्चा में आए थे जब उन्होंने पार्लियामेंट हिल में प्रथम हिंदू विरासत दिन की मेजबानी की थी।