युगांडा पहुंचे भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी है। जयशंकर ने कहा है कि जो ताकतें दशकों से भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद में लिप्त हैं वे अब जानती हैं कि यह एक ‘अलग भारत’ है जो उन्हें उसी अंदाज में जवाब दे सकता है। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि आज भारत, चीन और पाकिस्तान द्वारा पेश की गई राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों का डटकर मुकाबला कर सकता है।

गत 12 अप्रैल को युगांडा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए जयशंकर ने भारत में नए परिवर्तनों को लेकर भी बात की। सीमाओं पर भारत के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज लोग एक अलग भारत देखते हैं। चाहे बालाकोट हो या फिर उरी, भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों का डटकर सामना कर रहा है।
बता दें कि जयशंकर 2016 में पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के उग्रवादियों द्वारा भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर किए गए उरी हमले और पाकिस्तान के बालाकोट में इंडियन एयरफोर्स द्वारा आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर किए गए हमले का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज जो ताकतें दशकों तक भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद में लिप्त रहीं और जिसे भारत ने सहन किया, वे अब जानते हैं कि यह एक अलग भारत है और यह भारत उन्हें जवाब दे सकता है।
Shared my interactions over the last three days. Highlighted the opportunities for further growth in our cooperation.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) April 12, 2023
📹: https://t.co/VjpS23cOOq
उन्होंने चीन से लगी सीमा पर चुनौतियों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से समझौतों का उल्लंघन कर चीन ने बड़ी संख्या में सीमा पर फोर्स तैनात की है। उन्होंने कहा कि आज भारतीय सेना काफी ऊंचाई पर और बेहद कठिन परिस्थितियों में तैनात है। यह स्थिति अतीत से अलग है। भारतीय सैनिकों के पास अब सरकार का पूर्ण समर्थन है। उन्हें सही उपकरण और बुनियादी ढांचा मुहैया किया हुआ है।
उन्होंने कहा कि चीन से लगी सीमा पर बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए और काम करना होगा क्योंकि अतीत में इसकी उपेक्षा की गई है। जयशंकर ने ये भी कहा कि यह एक अलग भारत है जो अपने हितों के लिए खड़ा होगा और दुनिया इसे पहचानेगी। आज भारत की नीतियां किसी बाहरी दबाव से प्रभावित नहीं होती हैं। यह एक अधिक स्वतंत्र भारत है। आज भारत उन देशों के दबाव में नहीं आ सकता है जो हमें बताएंगे कि हमें अपना तेल कहां से खरीदना चाहिए और कहां से हमें अपना तेल नहीं खरीदना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह ऐसा भारत है जो अपने नागरिकों, अपने उपभोक्ताओं के हित में वही करेगा जो उसके हित में होगा।