भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल दावोस के विश्व आर्थिक मंच से भारत लौटने से पहले लंदन रुक गए। उन्होंने 13 जून को यूके में होने वाली मुक्त व्यापार समझौते (FTA) वार्ता के चौथे दौर से पहले यूनाइटेड किंगडम की स्थिति का आकलन किया।
यूके की विदेश मंत्री ऐनी-मैरी के साथ एक द्विपक्षीय बैठक में गोयल ने कहा कि भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच एफटीए दीवाली तक बिना अंतरिम प्रारंभिक फसल समझौते की आवश्यकता के तैयार हो सकता है। हालांकि यह इस बात पर निर्भर है कि बातचीत करने वाली दोनों टीमों के बीच बात किस स्तर पर पहुंचती है। गोयल ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। 8 फीसदी के साथ प्रति वर्ष बढ़ने वाली भारतीय अर्थव्यवस्था आने वाले वक्त में आज से दस गुना हो जाएगी।
🇬🇧🇮🇳Great welcoming @PiyushGoyal to London today, we discussed👇
— Anne-Marie Trevelyan (@annietrev) May 26, 2022
✅Progress of ongoing trade talks
✅Opportunities to unlock the full potential of our trade and commercial relationship already worth over £24bn
✅Opening new markets for businesses in both the UK and India pic.twitter.com/48sRIfcmVI
मैरी ने ट्विटर पर साझा किया कि दोनों ने व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों की पूरी क्षमता के साथ अनलॉक करने के अवसरों पर विचार किया। उन्होंने दावा किया कि पहले से ही दोनों देशों के बीच व्यापार 24 बिलियन पाउंड 240 करोड़ रुपये से अधिक है।
यूके के साथ शुरुआती फसल सौदे पर टिप्पणी करते हुए गोयल ने समझाया कि पहले हल्के मामलों को निपटाना और ज्यादा गंभीर मामलों को अगले चरण के लिए छोड़ देने से दोनों देशों को विश्वास होगा कि यह समझौता हितकारी है। उन्होंने बैठक के दौरान कनाडा की अच्छी प्रगति का उदाहरण दिया।
Co-hosted the 'Small Business Round Table' along with UK Secretary of State for International Trade @AnnieTrev.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 26, 2022
With India-UK trade talks progressing, discussed with business heads, the promise that India's growing economy holds for investments. pic.twitter.com/HeS9VhMGUY
यूके के विदेश मंत्री के साथ एक 'स्मॉल बिजनेस राउंड टेबल' की सह-मेजबानी करते हुए गोयल ने ट्वीट किया कि भारत-ब्रिटेन व्यापार वार्ता आगे बढ़ रही है। व्यापार प्रमुखों के साथ इस पर चर्चा की गई। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था निवेश के लिए बेहतर विकल्प है। बता दें कि बैठक में ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त गायत्री इस्सर कुमार और लॉर्ड करण बिलिमोरिया भी मौजूद थे।