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PoK पर अमेरिकी राजदूत के 'आजाद' शब्द पर भारत की दो टूक चेतावनी

बलोम ने हाल ही में पाक अधिकृत कश्मीर का छह दिवसीय दौरा किया है। जहां पर बलोम ने स्थानीय सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात भी की। इस दौरान उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर को आजाद कश्मीर के रूप में संबोधित किया था।

संतोष

भारत ने अमेरिका के सामने उसके पाकिस्तान में मौजूद राजदूत डोनाल्ड ब्लोम के पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगिट—बाल्टिस्तान जाने और वहां जाकर पाक अधिकृत कश्मीर को आजाद कश्मीर बताने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। यह कहा जा रहा है कि इस मामले में भारत के शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर दो टूक कहा गया है कि द्धिपक्षीय रिश्तों के लिए दोनों देशों को एक-दूसरे की संप्रभुता का ध्यान रखना आवश्यक होता है। बलोम ने यह पहली बार नहीं किया है। वह इससे पहले भी पाक अधिकृत कश्मीर का दौरा करते रहे हैं। जबकि वह जानते हैं कि यह भारत का अभिन्न अंग है। जिस पर पाक ने कब्जा किया हुआ है।

बलोम ने हाल ही में पाक अधिकृत कश्मीर का छह दिवसीय दौरा किया है। 

बलोम ने हाल ही में पाक अधिकृत कश्मीर का छह दिवसीय दौरा किया है। जहां पर बलोम ने स्थानीय सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात भी की। इस दौरान उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर को आजाद कश्मीर के रूप में संबोधित किया था, जिसको लेकर भारत ने अमेरिकी सरकार से कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस मामले में कहा कि भारत यह पहले भी कई बार कह चुका है कि समस्त कश्मीर हमारा था, है और आगे भी रहेगा। यह हमारी संप्रभुता और अखंडता का मसला है। जिसका सम्मान किसी भी देश को करना होगा। इधर, इस मामले में भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गर्सेटी ने कहा है कि वह पाक में मौजूद अमेरिकी राजदूत को लेकर यहां पर कुछ नहीं बोल सकते हैं। उनका इस मामले में बोलना नहीं बनता है। उन्होंने कहा कि यह भारत-पाकिस्तान का मुददा है। जिसे उनको स्वयं सुलझाना है।

कनाडा-भारत तनाव से रिश्तों पर असर नहीं

अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि कनाडा और भारत के बीच बिगड़े रिश्तों का असर अमेरिका और भारत पर नहीं होगा। दोनों देश के बीच प्रगाढ़ रिश्ते हैं, जो आगे भी बने रहेंगे। अमेरिकी दूतावास की ओर से यह बयान इस वजह से आया है क्योंकि हाल ही में एक अमेरिकी प्रकाशन ने कहा था कि कनाडा-भारत रिश्तों का असर अमेरिका व भारतीय रिश्तों पर हो सकता है। इस प्रकाशन का दावा था कि भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गर्सेटी ने अपने मातहतों को कहा है कि जब तक कनाडा-भारत के रिश्ते बेहतर नहीं होते हैं, तब तक अमेरिकी राजनयिकों को भारतीय राजनयिकों से मुलाकात कम कर देनी चाहिए।

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