युद्धग्रस्त यूक्रेन छोड़ने वाले भारतीय छात्रों को रूस ने एक पेशकश की है। उसने प्रस्ताव दिया है कि जंग की वजह से अधर में यूक्रेन छोड़ने वाले छात्र अपनी पढ़ाई रूस में जारी रख सकते हैं। एक रूसी दूत का कहना है कि दोनों देशों में मेडिकल पाठ्यक्रम समान है इससे सिलेबस को लेकर भी दिक्कत नहीं आएगी।
चेन्नई में रूसी महावाणिज्य दूत ओलेग अवदीव ने कहा कि दोनों देशों का मेडिकल कोर्स एक जैसा है लिहाजा यूक्रेन छोड़ने वाले भारतीय छात्र रूस में आकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। उनका रूस में स्वागत है। उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन में भी अधिकांश लोग रूसी भाषा बोलते हैं। काफी तादाद में भारतीय छात्रों भी पढ़ाई के लिए रूस आते हैं। इसमें लगातार बढ़ोतरी भी हो रही है। छात्रवृत्ति के लिए भी अधिकाधिक भारतीय छात्र आवेदन कर रहे हैं।