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भारतवंशी प्रोफेसर ने US में कॉलेज पर किया केस, भेदभाव का आरोप लगाया

एसोसिएट प्रोफेसर लक्ष्मी बालचंद्र ने आरोप लगाया कि बैबसन कॉलेज में श्वेत और पुरुष फैकल्टी का पक्ष लिया जाता है। पुरस्कार व विशेषाधिकार भी उन्हीं को मिलते हैं। इस वजह से न सिर्फ उनके करियर को झटका लगा बल्कि आर्थिक, मानसिक और प्रतिष्ठा को भी नुकसान हुआ है।

लक्ष्मी बालचंद्र

अमेरिका में भारतीय मूल की एक प्रोफेसर ने अपने संस्थान के खिलाफ लैंगिक और नस्लीय भेदभाव का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया कर दिया है। लक्ष्मी बालचंद्र मैसाचुसेट्स के वेलेस्ली बिजनेस स्कूल में असोसिएट प्रोफेसर हैं। उनका आरोप है कि बेहतरीन शोध रिकॉर्ड के बावजूद उन्हें अनुसंधान कार्यों, नेतृत्वकारी पदों और अवसरों से वंचित रखा गया।

लक्ष्मी ने कॉलेज के प्रोफेसर और एंटरप्रेन्योरशिप प्रभाग के पूर्व अध्यक्ष एंड्रयू कॉर्बेट पर भेदभाव का आरोप लगाया। 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एंटरप्रेन्योरशिप की  प्रोफेसर लक्ष्मी बालचंद्र ने बोस्टन में यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दायर शिकायत में आरोप लगाया कि बैबसन कॉलेज में श्वेत और पुरुष फैकल्टी का पक्ष लिया जाता है और पुरस्कार व विशेषाधिकार भी उन्हीं के लिए सुरक्षित रख जाते हैं। इसकी वजह से न सिर्फ उनके करियर को झटका लगा है बल्कि आर्थिक, मानसिक और प्रतिष्ठा को भी नुकसान हुआ है।

लक्ष्मी ने कॉलेज के प्रोफेसर और एंटरप्रेन्योरशिप प्रभाग के पूर्व अध्यक्ष एंड्रयू कॉर्बेट पर भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एंड्रयू ही टीचिंग असाइनमेंट, क्लास शेड्यूल और सालाना रिव्यू देखते थे। वह सिर्फ अपनी पसंद के विषयों को ही पढ़ाने की इजाजत देते थे। अक्सर उनके और अन्य महिला स्टाफ के ऊपर बहुत गुस्सा करते थे। लक्ष्मी ने शिकायत में कहा कि उनके शोध रिकॉर्ड, रुचि और कॉलेज की सेवा के बावजूद, उन्हें कई बार नेतृत्वकारी पदों और अनुसंधान कार्यों के लिए समय से वंचित कर दिया गया।

बेबसन कॉलेज के एक प्रवक्ता ने द बोस्टन ग्लोब को बताया कि उन्होंने शिकायत को गंभीरता से लिया है। उनके यहां पर शिकायतों की अच्छी तरह से जांच करने और उनका समाधान करने का स्थापित प्रोटोकॉल और संसाधन मौजूद हैं। कॉलेज में विविध वैश्विक समुदाय के लोग हैं और हम समानता और समावेशिता को पूरा महत्व देते हैं। हम किसी भी तरह का भेदभाव बर्दाश्त नहीं करते हैं। कॉर्बेट से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका।

बालचंद्र की वकील मोनिका शाह ने बताया कि उन्होंने मैसाचुसेट्स में भेदभाव विरोधी आयोग में भी इस मामले को लेकर शिकायत दाखिल की है। लक्ष्मी फिलहाल नेशनल साइंस फाउंडेशन में फेलोशिप के लिए कॉलेज से अवकाश पर हैं और भेदभाव से हुए नुकसान की भरपाई की मांग कर रही हैं।

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