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कंप्यूटर की दुनिया में किया बड़ा काम, हाई स्कूल की छात्रा सिरहासा को इनाम

भारतीय मूल की अमेरिकी छात्रा सिरिहासा नल्लामोथु ने कंप्यूटर के क्षेत्र में कामबायी के झंडे गाड़े हैं। उन्हें ACM/CSTA Cutler-Bell Prize 2022-23 के लिए अमेरिका भर से चुना गया है। नल्लामोथु को उनकी परियोजना के लिए 10,000 डॉलर नकद पुरस्कार मिलेगा।

इलिनोइस की भारतीय मूल की अमेरिकी छात्रा सिरिहासा नल्लामोथु। (फोटो : ट्विटर @BiotechInstitut)

अमेरिका में इलिनोइस की भारतीय मूल की अमेरिकी छात्रा सिरिहासा नल्लामोथु उन चार हाई स्कूल छात्रों में शामिल हैं, जिन्हें 2022-23 एसीएम/सीएसटीए कटलर-बेल (ACM/CSTA Cutler-Bell Prize) पुरस्कार के लिए अमेरिका भर से चुना गया है। यह पुरस्कार पारंपरिक कक्षा के माहौल से परे कंप्यूटर के क्षेत्र में विशेष प्रोजेक्ट तैयार करने पर दिया जाता है।

इलिनोइस के यूनिवर्सिटी हाई स्कूल के सिरिहासा नल्लामोथु को उनकी परियोजना के लिए 10,000 डॉलर नकद पुरस्कार मिलेगा। एसोसिएशन फॉर कंप्यूटिंग मशीनरी (ACM) और कंप्यूटर साइंस टीचर्स एसोसिएशन (CSTA) ने 10 मई को घोषणा की थी कि न्यायाधीशों के एक पैनल ने आधुनिक प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर विज्ञान को शामिल करने वाली अपनी परियोजनाओं की प्रासंगिकता और मौलिकता के आधार पर इन पुरस्कार जीतने वालों का चयन किया।

सिरिहासा की परियोजना एक खास तरह के बीमार व्यक्ति की स्थिति को जानने के लिए उसे आधुनिक तकनीक और कंप्यूटर विज्ञान से जोड़ने पर आधारित है। उनकी तकनीक पोस्टुरल ऑर्थोस्टैटिक टैचीकार्डिया सिंड्रोम (पीओटीएस) वाले रोगियों में हृदय गति और रक्तचाप में अचानक गिरावट के कारण बेहोशी की भविष्यवाणी करने पर आधारित है। मशीन लर्निंग विधियों और शारीरिक डेटा का उपयोग करके पीओटीएस वाले रोगियों में आने वाले परिवर्तन की पहचान करने वाली उनकी परियोजना, एक टिकटॉक से प्रेरित थी। इसके बाद वह पीओटीएस के बारे में जानने को उत्सुक हुईं। सिरिहासा को इस बात ने आश्चर्यचकित किया कि वास्तविक दुनिया के डेटा पर सिंकोप की भविष्यवाणी करने के लिए कोई शोध अध्ययन या उपभोक्ता समाधान नहीं थे। इसके बाद उन्होंने अपने प्रोजेक्ट की तरफ ध्यान देना शुरू किया।

सिरिहासा संस्थागत समीक्षा बोर्ड अनुसंधान अध्ययन करने और गैर-इनवेसिव प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके वास्तविक दुनिया में पीओटीएस रोगियों पर डेटा जुटाने वाली पहली शख्सियत हैं। उन्होंने हृदय गति, रक्त वॉल्यूमेट्रिक दबाव, ईडीए, तापमान और एक्सेलेरोमीटर डेटा के 15 मिनट के विंडो सिग्नल डेटा को निकालने के लिए एक स्क्रिप्ट लिखी। इसके अलावा सिरिहासा की और भी कई खूबियां हैं। सिरिहासा ने अपने मिडिल स्कूल में एक गर्ल्स क्लब की भी स्थापना की। उन्होंने कोडिंग सिखाया। उन्हें वित्तीय प्रबंधन के गुर सिखाए। फिलहाल सिरिहासा एक उपभोक्ता उत्पाद बनाने और स्मार्ट वॉच के साथ इसे जोड़ने की दिशा में काम करने की योजना बना रही है।

बताया गया है कि कटलर-बेल पुरस्कार देने का लक्ष्य छात्रों के बीच कंप्यूटर विज्ञान की रुचि को आगे बढ़ाना और छात्रों को पारंपरिक कक्षा के वातावरण से परे नए प्रयोगों की तरफ जोड़ना है। 2015 में, डेविड कटलर और गॉर्डन बेल ने इस पुरस्कार की स्थापना की थी। कटलर डिजिटल उपकरण निगम में कई ऑपरेटिंग सिस्टम के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डिजाइनर और डेवलपर हैं। बेल एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च में स्कॉलर हैं। इस वर्ष के कटलर-बेल पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को 11-13 जुलाई को औपचारिक रूप से कंप्यूटर साइंस टीचर्स एसोसिएशन के 2023 वर्चुअल सम्मेलन में मान्यता दी जाएगी।

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