भारतीय मूल के एक व्यक्ति को न्यूजीलैंड में एक महिला का यौन शोषण करने और जान लेने की गरज से उसका गला दबाने के मामले में 20 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार सितंबर 2021 में डाउन सिंड्रोम से पीड़ित एक महिला का यौन शोषण करने और गला दबाकर जान से मारने के अपराध में न्यूजीलैंड में भारतीय मूल के एक 33 वर्षीय बेघर व्यक्ति को लगभग 20 साल कैद की सजा सुनाई गई है।
एनजेड हेराल्ड अखबार ने लिखा है कि शामल शर्मा ने 22 सितंबर 2021 को ऑकलैंड में डाउन सिंड्रोम से पीड़ित 27 वर्षीय लीना झांग हैरप का उस समय हिंसक तरीके से शिकार किया जब वह रोजाना की तरह सैर पर निकली थी। हैरप का शव उसके माउंट अल्बर्ट घर से लगभग एक किलोमीटर दूर एक झाड़ीदार पैदल मार्ग पर पाया गया। लगता था कि घटना के बाद उसका शरीर छिपाया गया था।
वहशत भरी इस घटना के दो दिन बाद 24 सितंबर को शामल को गिरफ्तार किया गया था। उसे अगले साढ़े 19 साल जेल में बिताने की सजा सुनाई गई है। पुलिस ने बताया कि मारने से पहले शामल ने हैरप को दो घंटे तक प्रताड़ित किया। उसका गला दबाने से पहले उसके चेहरे पर कई मुक्के मारे गए थे। जांच से पता चला है कि प्रताड़ना और हिंसा के चलते ही हैरप की मौत हुई। उसके दिमाग में भी चोटें आई थीं। क्राउन अभियोजक मैथ्यू नाथन के मुताबिक शर्मा सिज़ोफ्रेनिया का शिकार रहा है लेकिन इस अपराध के समय वह कानूनी रूप से विक्षिप्त नहीं था और यह हमला यौन इच्छा से प्रेरित था।
शर्मा पर एक अन्य महिला को परेशान करने का भी आरोप लगाया गया था जो हैरप की हत्या से 24 घंटे पहले हेंडरसन, वेस्ट ऑकलैंड में जॉगिंग कर रही थी। जब शर्मा को अदालत ने सजा सुनाई तो उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं था। शर्मा को सजा मिलने के बाद हैरप की मां ने कहा कि कोई भी कैद इतनी लंबी नहीं होती और कोई भी न्याय किसी के जीवन और प्रेम का स्थानापन्न नहीं हो सकता, जो कि अब शेष नहीं है।
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