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भारतीयों में कनाडा का जबर्दस्त क्रेज, महज इतने साल में तिगुने हुए प्रवासी

अच्छी पढ़ाई और बेहतर नौकरी की उम्मीद लिए भारत से बड़े पैमाने पर लोग कनाडा का रुख करते हैं। अमेरिका में प्रवासी संबंधी नीतियों को सख्त बनाए जाने के बाद भारत से कनाडा जाने वालों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है।

Photo by Jason Hafso / Unsplash

विदेश जाने के ख्वाब देखने वाले भारतीयों के जेहन में जिस देश का नाम सबसे पहले आता है, वो है कनाडा। अब ये बात आंकड़ों से भी जाहिर हो गई है। नेशनल फाउंडेशन फॉर अमेरिकन पॉलिसी (NFAP) के अनुसार, भारत से कनाडा जाने वाले प्रवासियों की संख्या साल 2013 के मुकाबले तिगुनी हो चुकी है। 2022 में ही लगभग 5.5 लाख भारतीयों को स्टडी परमिट जारी किए गए थे।

अच्छी पढ़ाई और बेहतर नौकरी की उम्मीद लिए भारत से बड़े पैमाने पर लोग कनाडा का रुख करते हैं। अमेरिका में प्रवासी संबंधी नीतियों को सख्त बनाए जाने के बाद भारत से कनाडा जाने वालों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका में खासकर पूर्ववर्ती ट्रंप सरकार में प्रवासी नीतियों पर खासी नकेल कसी गई थी।

आंकड़े बताते हैं कि साल 2013 में कनाडा में स्थायी निवास प्राप्त करने वाले भारतीयों 32,828 थी, जो साल 2022 में बढ़कर 118,095 हो गई यानी 9 साल में 260% की वृद्धि। साल 2022 में जिस देश के लोगों को कनाडा में सबसे ज्यादा स्थायी निवास मिला, उनमें भारत दूसरे नंबर पर था। पहले नंबर पर फिलीपींस था लेकिन अब भारत ने इस मामले में फिलीपींस को भी पीछे छोड़ दिया है।

जानकारी के अनुसार 2016-2019 से कनाडा के कॉलेजों में भारतीय छात्रों की संख्या में 182% की वृद्धि हुई है। अमेरिका की बात करें तो इस दौरान वहां पढ़ने गए भारतीयों की संख्या में 40% की गिरावट आई। इस तरह कनाडा भारतीय छात्रों का सबसे पसंदीदा गंतव्य बन गया।

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