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कनाडा में भारतीय दूत के कार्यक्रम में खालिस्तानी प्रदर्शन, लहराईं तलवारें

भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा के सम्मान में रविवार शाम को ताज पार्क कन्वेंशन सेंटर में रिसेप्शन था। लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले से ही वहां लगभग 200 प्रदर्शनकारी जमा हो गए। उनके हाथों में तलवारें भी थीं। इसके बाद कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।

भारतीय उच्चायुक्त के कार्यक्रम से पहले ही प्रदर्शन शुरू हो गए। (फोटो साभार सोशल मीडिया)

लंदन में भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानी समर्थकों के हमले के बाद अब कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त के एक कार्यक्रम को निशाना बनाया गया है। खबरों के अनुसार कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक कार्यक्रम में शामिल होना था। लेकिन उससे पहले ही लगभग 200 प्रदर्शनकारी वहां तलवार आदि लेकर जमा हो गए। हालात की गंभीरता को देखते हुए कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।

भारत में खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस ने जब से शिकंजा कसना शुरू किया है, उसके समर्थक दवाब बनाने के लिए देश-विदेश में इस तरह की हरकतें कर रहे हैं। वारिस पंजाब दे का सरगना अमृतपाल को पुलिस सरगर्मी से तलाश रही है लेकिन उसके लगभग 78 साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे बौखलाए उसके समर्थक अमेरिका, यूके और कनाडा में हिंसक प्रदर्शनों की धमकी दे रहे हैं।

कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त के कार्यक्रम को लेकर भी धमकी दी गई थी। फ्रेंड्स ऑफ इंडिया एंड कनाडा फाउंडेशन ने ताज पार्क कन्वेंशन सेंटर में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा के सम्मान में रविवार शाम को रिसेप्शन रखा था। लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले से ही प्रदर्शनकारी समारोह स्थल के बाहर जमा होना शुरु हो गए। देखते ही देखते लगभग 200 लोग वहां आ गए। उनके हाथों में तलवारें भी थीं। खबरों के अनुसार, सरे रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस उन्हें काबू करने में नाकाम साबित हो रही थी। इसके बाद कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।

फाउंडेशन के अध्यक्ष मनिंदर गिल ने एक भारतीय मीडिया से बातचीत में कहा कि यह बेहद शर्म की बात है कि यह देश भारतीय उच्चायुक्त तक को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रहा है। बता दें कि इससे पहले ओटावा में शिरोमणि अकाली दल-अमृतसर नामक संगठन के सदस्यों ने भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया था। उसके बाद उच्चायोग ने ओटावा ही नहीं, टोरंटो और वैंकूवर स्थित कॉन्सुलर कार्यालयों पर भी पुलिस से अधिक सुरक्षा की मांग की है।

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