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भारत के राजदूत संधू ने इस बैठक में भाग लिया, ट्वीट किया और कहा...

इंडिया एनर्जी वीक (6 से 8 फरवरी) में दुनियाभर के 30 से अधिक नेता भागीदारी कर रहे हैं। 30,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1,000 प्रदर्शक और 500 वक्ता भारत के ऊर्जा भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने वाले हैं।

अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (USIBC) की गोलमेज बैठक में भाग लिया और देश की ऊर्जा खपत में वृद्धि के बीच दिल्ली द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों की जानकारी दी। संधू ने ट्विटर पर कहा कि बेंगलुरू में इंडिया एनर्जी वीक के दौरान ऊर्जा परिवर्तन में सहयोग पर USIBC गोलमेज सम्मेलन में संवाद करते हुए खुशी हो रही है।

बेंगलुरु में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया एनर्जी वीक, 2023 का उद्घाटन किया था और इंडियन ऑयल की 'अनबॉटल्ड' पहल के तहत यूनिफॉर्म सहित कई कार्यक्रमों की शुरुआत की। यह यूनिफॉर्म रीसाइकिल पीईटी बोतलों से बनी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इंडियन ऑयल द्वारा विकसित सोलर कुकिंग सिस्टम के ट्विन-कुकटॉप मॉडल का अनावरण किया। प्रधानमंत्री ने इथेनॉल सम्मिश्रण रोडमैप की तर्ज पर 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तेल विपणन कंपनियों की 84 खुदरा दुकानों पर E20 ईंधन की शरुआत की।

प्रधानमंत्री ने ग्रीन मोबिलिटी रैली को भी हरी झंडी दिखाई जिसमें हरित ऊर्जा स्रोतों पर चलने वाले वाहन भाग लेंगे और हरित ईंधन के लिए जन जागरूकता पैदा करने में मदद करेंगे। वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और वैकल्पिक ईंधन के मामले में ऐसी उपस्थिति कभी नहीं देखी। उन्होंने कहा कि मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि तेल और गैस के लिहाज से भारत सबसे आकर्षक जगह है।

ऑयल इंडिया के सीएमडी रंजीत रथ ने कहा कि हरित विकास मार्च में डीकार्बोनाइजेशन की दिशा में भारत की पहल में बड़ी दिलचस्पी है। रथ ने कहा कि भारत और दुनिया भर के तेल क्षेत्र के अग्रणी लोगों ने पीएम मोदी से मुलाकात की। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय तेल एजेंसियों की ओर से दिए गए सुझावों की तारीफ की। सभी ने डीकार्बोनाइजेशन के लिए भारत के प्रयास पर ध्यान केंद्रित किया और पीएम ने इस साल के लिए हरित बजट पर प्रकाश डाला।

इंडिया एनर्जी वीक (6 से 8 फरवरी) में दुनियाभर के 30 से अधिक नेता भागीदारी कर रहे हैं। 30,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1,000 प्रदर्शक और 500 वक्ता भारत के ऊर्जा भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने वाले हैं।

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