आतंकी संगठन हमास और इजराइल के बीच संघर्ष जारी है। हमास के क्रूर और अमानवीय हमलों के बाद भारतीय अमेरिकी इजराइल के पक्ष में उतर आए हैं। अमेरिका में भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय प्रवासियों ने मंगलवार को इजराइल एकजुटता रैली में भाग लिया। उन्होंने इजराइल और यहूदी समुदाय का समर्थन किया। इस बारे में प्रवासी भारतीय हेमंत पटले ने फेसबुक पर लिखा कि आतंकवाद केवल इजरायल का मुद्दा नहीं है, यह एक सतत मानवीय मुद्दा है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, इसे रोक दिया जाना चाहिए।

हेमंत पटेल ने रैली का जिक्र करते हुए फेसबुक पर लिखा कि हम भारी भीड़ के बीच अमेरिकी और भारतीय झंडे के साथ चल रहे थे। कुछ लोगों ने भारतीय ध्वज को नहीं पहचाना। लेकिन, कुछ ही मिनटों में जैसे ही लोगों ने भारतीय ध्वज को पहचानना शुरू किया, यह आकर्षण के केंद्र और सम्मान, गर्व और कृतज्ञता के विषय में बदल गया। यह ज्यादातर लोगों के लिए एक अप्रत्याशित सुखद आश्चर्य था।
उन्होंने बताया कि इस दौरान भारतीय ध्वज को थाम कर चलना मेरे जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षणों में से एक था। लोग हमें धन्यवाद दे रहे थे और हमारे साथ तस्वीरें ले रहे थे जैसे कि हम सेलिब्रिटी हों। खैर, हम सेलिब्रिटी होने के करीब भी नहीं थे, लेकिन यह भारतीय ध्वज की शक्ति थी जो हमारे हाथों में थी। जिसकी छाया के नीचे हम अमेरिकी सड़कों पर एकजुटता रैली कर रहे थे।
बता दें कि अमेरिका में रहने वाले प्रवासी भारतीय पूरी तरह से संकट की इस घड़ी में इजराइल के साथ खड़े हैं। यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम (USISPF) के अध्यक्ष और मुकेश अघी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि हम इजराइल के साथ खड़े हैं। हमला करने, निर्दोष नागरिकों की हत्या, अपहरण और अत्याचार करने वाले क्रूर आतंकवादी संगठन हमास को नष्ट करने का इजराइल को पूरा अधिकार है। पूरी दुनिया को हमास की निंदा करनी चाहिए।